Move to Jagran APP

बदला जाएगा दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान का नाम, अरुण जेटली के नाम पर होगा स्टेडियम

दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान का नाम बीजेपी के पूर्व नेता व डीडीसीए अध्यक्ष अरुण जेटली के नाम पर रखा जाएगा।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Tue, 27 Aug 2019 04:25 PM (IST)Updated: Tue, 27 Aug 2019 04:38 PM (IST)
बदला जाएगा दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान का नाम, अरुण जेटली के नाम पर होगा स्टेडियम
बदला जाएगा दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान का नाम, अरुण जेटली के नाम पर होगा स्टेडियम

नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान (Firoz Shah Kotla Staduim) का नाम अब बदला जाएगा। बीजेपी के दिवंगत नेता अरुण जेटली (Arun Jaitley) के नाम पर इस मैदान का नाम रखे जाने का एलान डीडीसीए (DDCA) के अध्यक्ष रजत शर्मा (Rajat Sharma) ने किया है। अब इस मैदान को अरुण जेटली स्टेडियम के नाम से जाना जाएगा। इस मैदान का नाम बदलने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन 12 सितंबर को दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में किया जाएगा। इस कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय खेल मंत्री किरन रिजिजू भी हिस्सा लेंगे। इसी समारोह में इस स्टेडियम का नाम बदले जाने की घोषणा की जाएगी। 

loksabha election banner

डीडीसीए के अध्यक्ष रजत शर्मा ने कहा कि जिस इंसान के संरक्षण में इस स्टेडियम को फिर से बनाया गया उसके नाम पर स्टेडियम का नाम होने से क्या बेहतर हो सकता है। रजत शर्मा ने आगे कहा कि वो अरुण जेटली का समर्थन और प्रोत्साहन ही था जिसकी वजह से टीम इंडिया को विराट कोहली, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, आशीष नेहरा और रिषभ पंत जैसे खिलाड़ी मिले। 

DDCA President Rajat Sharma to ANI:What can be better to have it named after man who got it rebuilt under his presidentship. It was Arun Jaitley’s support that players like Virat Kohli,Virender Sehwag,Gautam Gambhir,Ashish Nehra, Rishabh Pant & many others could make India proud https://t.co/Bs0GvST4CQ" rel="nofollow

फिरोजशाह कोटला स्टेडियम को नया स्वरूप देने वाले जेटली के अध्यक्ष रहते ही गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग, विराट कोहली, शिखर धवन, इशांत शर्मा और आकाश चोपड़ा जैसे दिल्ली के कई क्रिकेटर अंतरराष्ट्रीय फलक पर चमके। अंतरराष्ट्रीय ही नहीं घरेलू क्रिकेटरों के निजी कामों के लिए भी उपलब्ध रहने वाले जेटली ने 2014 में मोदी सरकार में वित्त मंत्री बनने के बाद खुद को आधिकारिक तौर पर क्रिकेट राजनीति से अलग कर लिया था लेकिन इसके बावजूद बीसीसीआइ व डीडीसीए के चुनाव में ही नहीं भारतीय क्रिकेट के नीतिगत फैसलों में उनका दखल सबसे ज्यादा था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.