पिता ने रोज 500 गेंद फेंककर बेटे को बनाया क्रिकेटर, अब टीम इंडिया में हुआ शामिल
India vs Bangladesh T20 Series गुरुवार को बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम का ऐलान हुआ है जिसमें एक नए खिलाड़ी को जगह मिली है।
भदोही, संग्राम सिंह। India vs Bangladesh T20 Series: शिवम दुबे भले ही अब बांग्लादेश के खिलाफ बल्लेबाजी करेगा, लेकिन असल में उसे वहां तक पिता राजेश दुबे के जुनून ने पहुंचाया है। 27 वर्षीय शिवम का चयन भारत की टी-20 क्रिकेट टीम में हुआ है। चार साल की उम्र में उसके हुनर को सबसे पहले मुंबई के अंधेरी स्थित घर में काम करने वाले नौकर ने पहचाना था। उन्होंने पिता को बताया था कि बेटा बढ़िया क्रिकेट खेलता है। तब सातवीं पास पिता पर उसे क्रिकेटर बनाने का जुनून सवार हो गया।
10वीं तक पढ़ाई करने वाले शिवम ने क्रिकेट को ही सब कुछ मान लिया। पिता ने घर में शिवम के लिए विकेट तैयार किया। वहीं, सुबह और शाम वह घंटों अभ्यास करते थे। पिता गेंदबाजी करते और वह बल्लेबाजी। राजेश रोज शिवम को 500 गेंद फेंकते थे। यह अभ्यास 10 साल तक चला। वही शिवम की मालिश करते और डाइट प्लान तैयार करते। ग्राउंड में बेटे के साथ पिता भी दौड़ते।
करीब 14 वर्ष की आयु में शिवम ने चंद्रकांत पंडित से कोचिंग लेना शुरू कर दिया। भदोही के मानिकपुर निवासी राजेश दुबे बताते हैं कि वह खुद मुंबई में ही पैदा हुए हैं। बहुत पहले ही वह गांव छोड़कर यहीं बस गए और मुंबई के होकर रह गए। भदोही में उनके भाई रमेश दुबे रहते हैं जो पूर्व सांसद हैं।
बिक गया जींस का कारोबार
बेटे को क्रिकेटर बनाने में पिता का जींस का कारोबार बिक गया। माता माधुरी दुबे ने भी बेटे का खूब साथ दिया। उन्हें भी क्रिकेट पसंद है। शिवम बताते हैं कि पिता ने उन्हें सफल बनाने के लिए सब कुछ कुर्बान कर दिया। दिन-रात एक कर दिया। मैंने भी खूब संघर्ष किया है। मेरे दोस्तों ने भी मेरा हौसला बढ़ाया।
ऐसा रहा सफर
शिवम को भारत-ए टीम में अपने शानदार प्रदर्शन के बूते पहली बार भारतीय टीम में चुना गया है। शिवम ने 16 साल से सक्रिय क्रिकेट खेलना शुरू किया है। 2015-16 में मुंबई के लिए रणजी खेले, जिसमें उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। पूरे टूर्नामेंट में करीब एक हजार रन बनाए। इस प्रदर्शन के आधार पर 2017-18 में विराट कोहली की अगुआई वाली आइपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर ने उन्हें पांच करोड़ में खरीदा। चार महीने पहले इंडिया-ए टीम में उनका चयन हुआ था। वहां उन्हें राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी बेंगलुरु के मुख्य कोच भारतीय क्रिकेटर राहुल द्रविड़ ने क्रिकेट के गुर सिखाए।