Eng vs WI टेस्ट सीरीज में स्टेडियम में सुनाई देगा दर्शकों का शोर, लेकिन नहीं होंगे दर्शक
इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज की शुरुआत 8 जुलाई से हो रही है। इस दौरान स्टेडियम में दर्शकों का शोर तो सुनाई देगा लेकिन दर्शक मैच देखने नहीं आएंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज के साथ कोरोना वायरस महामारी के बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बहाली शुरू हो रही है। पूर्ण स्वास्थ्य सुरक्षा के बीच इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने वेस्टइंडीज टीम की मेजबानी करने का फैसला किया है। ये तीन मैचों की टेस्ट सीरीज 8 जुलाई से शुरू हो रही है। इस सीरीज के दौरान स्टेडियम में दर्शकों के आने की अनुमति नहीं है, लेकिन स्टेडियम में दर्शकों का शोर क्रिकेटरों को सुनाई देने वाला है।
दरअसल, फुटबॉल और अन्य खेल बिना दर्शकों के शुरू हुए हैं। ऐसा ही क्रिकेट में भी होने वाला है, जहां दर्शक अपने चहेते खिलाड़ियों की हौसला अफजाई नहीं कर पाएंगे। फुटबॉल के मैचों के दौरान स्टेडियम में जगह-जगह स्क्रीन लगाए गए हैं, जिसमें ऑडियंस दिखाई गई है, क्योंकि लाइव प्रसारण के दौरान व्यू अच्छा देखने को मिले। ऐसा ही कुछ प्रयोग क्रिकेट में भी होने जा रहा है जहां फेक क्राउड नॉइज (Fake crowd noise) के लिए स्पीकर लगाए जाएंगे।
इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच शुरू हो रही इस टेस्ट सीरीज में दर्शकों की आवाज वाला फेक ऑडियो बजता रहेगा। द टाइम्स के मुताबिक, दोनों टीमों के बीच एग्रीमेंट हो गया है कि ओवरों के बीच में और कुछ की प्वाइंट्स पर म्यूजिक बजेगा, जिसमें क्राउड की आवाज सुनाई देगी। कैरेबियाई गेंदबाज केमार रोच ने इंग्लैंड के खिलाड़ियों की टिप्पणियों से सहमति जताते हुए कहा है कि खाली और शांत मैदान में खेलना अजीब लगेगा।
बता दें कि इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की टीमों के खिलाड़ियों ने अलग-अलग इंट्रा स्क्वाड मैच खेले थे, जिनमें स्टेडियम खाली और शांत थे। ऐसे में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों ने ये स्वीकार किया था कि इस तरह खेलना उनको अजीब लगा था। वहीं, केमार रोच ने कहा है, "हमारे लिए इंग्लैंड में खाली स्टेडियम में खेलना अजीब होगा, जहां हमेशा भीड़ का शोर और माहौल होता है।" हालांकि, मैच के दौरान डायरेक्टर्स इस बात का ध्यान भी रखेंगे कि स्टंप माइक से किसी भी तरह की कोई अभद्र भाषा टीवी दर्शकों को सुनाई न दे।
कुछ फुटबॉल लीगों में टीवी पर सुनाई दे रही फेक क्राउड नॉइज के बाद क्रिकेट में भी ऐसा किया जा रहा है। शांत स्टेडियम में थोड़ी भी आवाज स्टंप माइक और अन्य माइकों में रिकॉर्ड होगी। ऐसे में खिलाड़ियों को चेतावनी दे दी गई है कि वे ऐसी भाषा का इस्तेमाल न करें, जिससे सुनने में बुरा लगे। इतना ही नहीं, डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आइसीसी सारे इवेंट्स को मॉनिटर करेगी और जो लाइन क्रॉस करेगा उस पर फाइन या बैन लगेगा।