नाराज प्रवीर बोले, धौनी चांद मांगे तो क्या चांद दे दूं
ईडेन गार्डस पर तीसरा टेस्ट मैच शुरू होने में महज चार दिन बचे हैं लेकिन इस ऐतिहासिक मैदान की पिच को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। एक नए विवाद के तहत पिच क्यूरेटर के पद से हटाए जाने से नाराज प्रवीर मुखर्जी अचानक चिकित्सीय अवकाश पर चले गए हैं और उन्होंने टीम इंडिया के कप्तान धौनी पर भड़ास निकालते हुए कहा कि अगर वह चांद मांगे तो क्या चांद दे दिया जाए।
कोलकाता। ईडेन गार्डस पर तीसरा टेस्ट मैच शुरू होने में महज चार दिन बचे हैं लेकिन इस ऐतिहासिक मैदान की पिच को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। एक नए विवाद के तहत पिच क्यूरेटर के पद से हटाए जाने से नाराज प्रवीर मुखर्जी अचानक चिकित्सीय अवकाश पर चले गए हैं और उन्होंने टीम इंडिया के कप्तान धौनी पर भड़ास निकालते हुए कहा कि अगर वह चांद मांगे तो क्या चांद दे दिया जाए।
बंगाल क्रिकेट संघ [कैब] ने प्रवीर को आज पिच क्यूरेटर के पद से हटा दिया। 1985 से स्टेडियम में पिच तैयार करने वाले प्रवीर ने हटाए जाने के बाद इसे अपना अपमान बताया और चिकित्सीय अवकाश पर चले गए। बीसीसीआइ द्वारा बाहर का रास्ता दिखाए जाने के 48 घंटे के अंदर काफी कुछ बदलाव आए। भारतीय बोर्ड ने पिच समिति के सदस्य और पूर्व क्षेत्र के आशीष भौमिक को ईडेन का पिच तैयार करने का निर्देश दिया था। भौमिक की नियुक्ति पर प्रवीर ने कहा कि यह मेरे लिए अपमानजनक है। चार मैचों की सीरीज में भारत और इंग्लैड 1-1 से बराबरी पर है। तीसरा मैच पांच दिसंबर से खेला जाना है।
साथ ही 83 साल के प्रवीर ने यह भी बताया कि कैब प्रमुख जगमोहन डालमिया ने उन्हें धमकी दी है कि अगर वह पिच को लेकर कुछ बोलते हैं तो उन्हें निलंबित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष को पिच के बारे में नहीं बोलना होता है। लेकिन यहां मुझे धमकी दे रहे हैं कि अगर मैंने पिच के बारे में कुछ कहा तो वह मुझे निलंबित कर सकते हैं। कैब को मैंने दो दशक से ज्यादा समय तक अपनी सेवाएं दी हैं और वह मेरे साथ ऐसा व्यवहार कर रहे हैं।
कप्तान धौनी ने ईडेन में पहले ही दिन से टर्निग पिच की मांग कर रहे हैं लेकिन उन्होंने कहा कि इस तरह की मांग का कोई औचित्य नहीं है। दो पिच एक जैसे नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि धौनी की मांग गलत है। उन्होंने आगे कहा कि मुझे बीसीसीआइ के इरादों को लेकर कष्ट है। ये तो ऐसा है कि स्कूल के प्रिंसिपल अपने विद्यार्थियों को नकल करने को कह रहा है और वह भी जब परीक्षा उसी स्कूल में हो रहा हो। इस पूरे मामले से मेरे सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ा है।
बुजुर्ग प्रवीर को मई महीने में दोहरे आघात का सामना करना पड़ा। 31 साल की बेटी की बीमारी से मौत के बाद उन्हें छह दिन के अंदर अपनी पत्नी की मौत भी देखना पड़ा। उनकी बेटी की मौत 25 मई को हुई और 73 साल की पत्नी की मौत 31 मई को हुई।
हालांकि एक दिन पूर्व ही प्रवीर और आशीष भौमिक की मुलाकात हुई थी। दोनों के बीच मुलाकात सौहार्दपूर्ण रही थी। इस मुलाकात के बाद भौमिक ने जहां प्रवीर को अपना गुरु बताया था वहीं मुखर्जी ने उन्हें अपना बॉस बताया और कहा कि जो कुछ वह कहेंगे उसका वह पालन करेंगे। 83 साल के मुखर्जी ने पिछले 14 सालों में इस मैदान पर 15 टेस्ट पिच तैयार किए। इससे पूर्व ईडेन के क्यूरेटर पद से हटाए जाने के बाद प्रवीर मुखर्जी ने संन्यास लेने के संकेत दे दिए थे। बीसीसीआइ की कार्रवाई के बाद मुखर्जी ने कहा था, कि मेरे परिवार वाले नहीं चाहते कि मैं और काम करूं। तीसरा टेस्ट मैच पांच दिसंबर से यहीं पर खेला जाना है।
भौमिक ने इन रिपोर्टो का खंडन किया कि इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के लिए उन्हे मुखर्जी के स्थान पर क्यूरेटर इसलिए बनाया गया है क्योंकि इस अनुभवी क्यूरेटर के भारतीय कप्तान धौनी से मतभेद है।
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