दिनेश चांडीमल ने बॉल टेंपरिंग के आरोप से किया इंकार, अब दूसरे टेस्ट के बाद होगा फैसला
वेस्टइंडीज के खिलाफ जारी दूसरे टेस्ट मैच की समाप्ति के बाद चांडीमल को इस मामले की सुनवाई में पेश होना पड़ेगा।
कोलंबो, जेएनएन। श्रीलंका क्रिकेट टीम के कप्तान दिनेश चांडीमल ने उन पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) द्वारा बॉल टेम्परिंग के आरोप से साफ इनकार कर दिया है। वेस्टइंडीज के खिलाफ जारी दूसरे टेस्ट मैच की समाप्ति के बाद चांडीमल को इस मामले की सुनवाई में पेश होना पड़ेगा।
आइसीसी ने श्रीलंका टेस्ट टीम के कप्तान दिनेश चांडीमल पर गेंद से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। मैदानी अंपायर अलीम डार और इयान गोल्ड ने मैच के दूसरे दिन गेंद की स्थिति पर अपनी चिंता जाहिर की थी।चांडीमल पर वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में गेंद से बदलाव का आरोप है। चांडीमल को आइसीसी की आचार संहिता 2.2.9 के उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है। इसके तहत गेंद की स्थिति को बदलने का आरोप लगता है।
आइसीसी ने अपने ट्विटर पर जारी पोस्ट में श्रीलंका के कप्तान चंडीमल को आइसीसी की आचार संहिता 2.2.9 स्तर के उल्लंघन का दोषी कहा था, जिसे चांडीमल ने सिरे से नकार दिया है। ऐसे में इस टेस्ट मैच के बाद इस मामले में रेफरी जवागल द्वारा की जानेवाली सुनवाई में श्रीलंका के कप्तान को मौजूद होना होगा।
Sri Lanka captain Dinesh Chandimal has pleaded not guilty to attempting to change the condition of the ball during the St.Lucia Test. Hearing to follow after completion of the match. #WIvSL
FULL DETAILS ➡️ https://t.co/2j6AKOPDAq pic.twitter.com/FV1TyMfCIp
— ICC (@ICC) June 17, 2018
आइसीसी मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ ने मैच के तीसरे दिन सुबह वेस्टइंडीज को पांच रन अतिरिक्त दे दिए। श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने इसका विरोध करते हुए मैदान पर उतरने से इनकार कर दिया। ऐसे में मैच दो घंटे की देरी से शुरू हुआ।
दरअसल ये मामला तब शुरू हुआ जब वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन श्रीलंका के खिलाड़ियों ने मैदान पर उतरने से मना कर दिया। अंपायरों को लगा कि गेंद की स्थिति ठीक नहीं है और उन्होंने गेंद को बदल दिया। इससे नाखुश होकर श्रीलंका के खिलाड़ियों ने मैदान पर 90 मिनट की देरी के कदम रखा। इसके लिए अंपायरों ने श्रीलंका के खिलाडि़यों को गेंद को खराब तरीके से चमकाने के कारण पांच रन पेनल्टी और गेंद को बदलने का फैसला किया था।
चांडीमल को आइसीसी द्वारा बॉल टेम्परिंग का दोषी ठहराए जाने के बाद श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (एसएलसी) अपने खिलाड़ियों के पक्ष में उतरा। एसएलसी ने एक मीडिया रिलीज के जरिए यह कहा कि वह अपनी टीम के किसी भी खिलाड़ी के खिलाफ लगे असंगत आरोपों से उसका बचाव करेगा।
इससे पहले टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में केवल एक बार टीम के मैदान पर उतरने से मना करने के बाद मैच आगे नहीं खेला गया था। पाकिस्तान पर 2006 में ओवल में अंपायर बिली डाक्ट्रोव और डेरेल हेयर ने गेंद से छेड़छाड़ के लिए पांच पेनल्टी रन का जुर्माना लगाया था। अंपायर के इस फैसले से नाराज पाकिस्तान की टीम ने मैदान पर उतरने से मना कर दिया था और बाद में इंग्लैंड की टीम को मैच का विजेता घोषित कर दिया गया था।
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वहीं इस वर्ष भी गेंद से छेड़छाड़ के मामले में ऑस्ट्रेलिया के तीन खिलाड़ियों स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और कैमरून बेनक्रॉफ्ट पर बैन लगाया गया था।