IPL 2019: जानिए, आईपीएल का एक ऐसा मैच जो दो दिन खेला गया, धौनी ने मझधार में फंसी टीम को दिलाई जीत
चेन्नई सुपर किंग्स बनाम राजस्थान रॉयल्स का आईपीएल मैच रविवार को 8 बजे शुरू हुआ था लेकिन खत्म होने में इतनी देर हुई कि घ़़डी की सुई 12 बजे का कांटा पार गई।
चेन्नई, एजेंसी। चेन्नई सुपर किंग्स बनाम राजस्थान रॉयल्स का आईपीएल मैच रविवार को 8 बजे शुरू हुआ था, लेकिन खत्म होने में इतनी देर हुई कि घ़़डी की सुई 12 बजे का कांटा पार गई। मैच रात को 12.10 मिनट पर खत्म हुआ और दिन सोमवार हो चुका था। एमए चिदंबरम स्टेडियम में लक्ष्य का पीछा करते हुए राजस्थान ने 14 रनों तक तीन विकेट गंवा दिए थे। राहुल त्रिपाठी [39] और स्टीवन स्मिथ [28] ने 61 रन जो़डते हुए टीम को बिखरने से बचाया।
चेन्नई सुपर किंग्स ने आईपीएल-12 के मैच में राजस्थान रॉयल्स को 8 रनों से पराजित किया। चेन्नई ने 5 विकेट पर 175 रन बनाए। जवाब में राजस्थान टीम 8 विकेट पर 167 रन ही बना सकी। यह तीन मैचों में चेन्नई की तीसरी जीत है और वह तालिका में 6 अंकों के साथ शीर्ष पर है। तीन मैचों में तीसरी हार के साथ राजस्थान सातवें स्थान पर है।
बेन स्टोक्स [46] टीम को जीत के मुहाने तक ले गए, लेकिन अंतिम ओवरों में राजस्थानी बल्लेबाज दबाव में विकेट गंवाकर लक्ष्य से दूर रह गए।
चैंपियन टीम हमेशा चैंपियन की तरह से खेलती है और जब बात आइपीएल की हो तो चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) से बड़ा चैंपियन कोई नहीं हो सकता है, क्योंकि सीएसके के पास आइपीएल का सबसे बड़ा थलाइवा (नेतृत्वकर्ता) है। बात चाहे मैदान पर रणनीति की हो या बीच मझधार में फंसी टीम की बल्लेबाजी को बाहर निकालने की, महेंद्र सिंह धौनी का विश्व क्रिकेट में कोई सानी नहीं है, यह धौनी ने रविवार को एक बार फिर चेन्नई में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ साबित कर दिया और सीएसके को आठ रन से अहम जीत दिला दी। 27 रन पर तीन विकेट गंवाने के बाद धौनी ने 46 गेंद में 75 रनों की नाबाद पारी खेलकर चेन्नई को मैच में जबर्दस्त वापसी कराई और पांच विकेट पर 175 रनों तक पहुंचा दिया। कहानी अभी खत्म नहीं हुई थी। अभी तो क्लाइमेक्स आना बाकी था।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान रॉयल्स की टीम को पहले राहुल त्रिपाठी (39) और स्टीव स्मिथ (28) ने मैच में बनाए रखा। दोनों को इमरान ताहिर ने पवेलियन भेजा। इसके बाद बेन स्टोक्स (46) और जोफ्रा आर्चर (नाबाद 24) ने टीम को लगभग जीत तक पहुंचा दिया था। 18 गेंद में राजस्थान को 44 रन की जरूरत थी। ब्रावो का ओवर महंगा साबित हुआ और इसके बाद शार्दुल ठाकुर ने 19वां ओवर अच्छा निकाला।
आखिरी ओवर में 12 रनों की जरूरत थी। जीत चेन्नई के हाथों से दूर होती दिख रही थी, लेकिन धौनी ने आखिरी ओवर महंगे साबित हुए ब्रावो को ही सौंपा और उन्होंने पहली ही गेंद पर बेन स्टोक्स को पवेलियन भेजकर राजस्थान को करारा झटका दिया। इसके बाद राजस्थान यह मैच नहीं जीत सकी और आठ विकेट पर 167 रन बनाकर यह मुकाबला आठ रनों से हार गई। चेन्नई के लिए ताहिर, दीपक चाहर, ठाकुर, ब्रावो ने दो-दो विकेट लिए। ब्रावो के अब आइपीएल में सीएसके के लिए 99 विकेट हो गए हैं, जबकि रैना ने सीएसके के लिए 99 कैच पकड़ लिए हैं।
इससे पहले राजस्थान रॉयल्स के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने चेन्नई की धीमी पिच को देखते हुए सीएसके को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया। चेन्नई के प्रशंसकों का धौनी और सीएसके से प्यार जगजाहिर है। चेन्नई की जब शुरुआत खराब रही और उसने 4.5 ओवर में 27 रन के अंदर ही अपने तीन बल्लेबाजों अंबाती रायुडू (01), शेन वॉटसन (13) और केदार जाधव (08) का विकेट गंवा दिए, तो सीएसके के प्रशंसकों का दिल नहीं टूटे इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से उनके थलाइवा पर थी। धौनी ने ऐसा ही किया और दिखाया कि विश्व कप टीम में क्यों उनका अनुभव भारतीय टीम के लिए बेहद अहम है।
धौनी ने सुरेश रैना (36) के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 61 रन की साझेदारी कर अपनी टीम को संभालने की कोशिश की। रैना 88 के स्कोर पर चौथे बल्लेबाज के रूप में आउट हुए। उन्होंने 32 गेंदों पर चार चौके और एक छक्का लगाया। धौनी अच्छे से जानते थे कि बड़ा स्कोर बनाने के लिए आखिरी गेंद तक बल्लेबाजी करने की जरूरत है। उन्होंने ऐसा ही किया और 38 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा करने वाले धौनी ने अंतिम ओवरों में अपने हाथ खोलने शुरू कर दिए। रैना के आउट होने के बाद धौनी ने ड्वेन ब्रावो (27) के साथ पांचवें विकेट के लिए 56 रन की साझेदारी कर चेन्नई को पांच विकेट पर 175 रन के स्कोर तक पहुंचाया।
धौनी की शानदार रणनीति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि चेन्नई ने अंतिम चार ओवर में 67 रन बटोरे, जबकि अंतिम ओवर में 28 रन बटोरे। धौनी ने 46 गेंदों पर चार चौके और चार छक्के लगाए। आइपीएल में यह उनका 21वां अर्धशतक और दूसरा सर्वोच्च स्कोर है। धौनी के अलावा ब्रावो ने 16 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया। रवींद्र जडेजा ने तीन गेंदों पर एक छक्के की मदद से नाबाद आठ रन बनाए। राजस्थान की ओर से जोफ्रा आर्चर ने दो और धवल कुलकर्णी, बेन स्टोक्स तथा जयदेव उनादकट ने एक-एक विकेट लिया।