..और धौनी के इस एक बयान ने सबको हैरान कर दिया
न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज गंवाना तो एक कड़ी भर है..कहानी काफी लंबी है। टीम इंडिया ने सरहद पार विदेशी जमीन पर पिछले 14 टेस्ट मैचों में एक भी जीत दर्ज नहीं की है। ये असफलता का दौर जून 2011 से जारी है। इस बीच अब हम लगातार दो वनडे सीरीज भी हार चुके हैं और इस फॉर्मेट के भी पिछले
वेलिंग्टन। न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज गंवाना तो एक कड़ी भर है..कहानी काफी लंबी है। टीम इंडिया ने सरहद पार विदेशी जमीन पर पिछले 14 टेस्ट मैचों में एक भी जीत दर्ज नहीं की है। ये असफलता का दौर जून 2011 से जारी है। इस बीच अब हम लगातार दो वनडे सीरीज भी हार चुके हैं और इस फॉर्मेट के भी पिछले 8 मैचों में हमें एक भी जीत नसीब नहीं हुई है, ऐसे में अगले साल विश्व कप (2015) में अपने खिताब की रक्षा करने के लिए उतरने वाली टीम इंडिया के कप्तान धौनी ने एक ऐसा बयान दे दिया कि हर फैन का हैरान होना लाजमी है। क्या है ये बयान आइए जानते हैं..
वेलिंग्टन टेस्ट में जिस अंदाज में कीवी टीम ने टीम इंडिया के मुंह से जीत छीनी उससे हर भारतीय क्रिकेट फैन बेहद निराश था, ऐसे में उम्मीद थी कि कप्तान धौनी इस पर अफसोस जताते हुए आगे बेहतर करने का वादा करेंगे, लेकिन धौनी ने तो इस शर्मनाक प्रदर्शन को ही सुधार का नाम दे डाला, धौनी ने कहा, 'मैं उनमें से हूं जो प्रक्रिया के बारे में ज्यादा सोचता है ना कि नतीजों के बारे में। हमने उपमहाद्वीप के बाहर लंबे अंतराल के बाद खेला है। अगर आप उन दो सीरीज को देखें (2011 में 0-4 से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार और 0-4 से इंग्लैंड के खिलाफ हार) और उसकी तुलना मौजूदा प्रदर्शन से करें तो मेरा मानना है कि काफी सुधार हुआ है। यही सब कुछ है, आप तब तक सुधार करना चाहते हो जब तक आप मौकों को भुनाने की लय में ना आ जाओ। हमारी बल्लेबाजी अच्छी रही है, हां, सुधार की जरूरत भी है और मैं उस चीज को ध्यान में रखते हुए अगली सीरीज की तरफ बढ़ना चाहूंगा।'
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धौनी ने दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड दौरे पर मिली शर्मनाक हार के बारे में बात करते हुए कहा, 'एक हद तक वनडे सीरीज बेहद निराशाजनक थी, खासतौर पर न्यूजीलैंड में। जबकि दक्षिण अफ्रीका में हमें तैयारी का ज्यादा मौका ही नहीं मिला था। हम अच्छी शुरुआत का फायदा उठाने से बार-बार चूकते दिखे। टेस्ट मैचों में भी इसकी झलक साफ दिखी। ये एक ऐसी चीज है जिस पर हमे ध्यान देना होगा। अहम ये है कि हमे देखना होगा कि कितना सुधार हुआ है और दक्षिण अफ्रीकी दौरे को देखें तो काफी सकारात्मक चीजें सामने निकल कर आई हैं।'