सचिन तेंदुलकर ने BCCI लोकपाल को कहा- मुंबई इंडियंस से नहीं लेते पैसा और नहीं है कोई अधिकार
Conflict of Interest Sachin Tendulkar ने बीसीसीआइ लोकपाल को कहा है कि मुंबई इंडियंस से वे किसी भी तरह की पैसा वसूल नहीं करते।
नई दिल्ली, पीटीआइ। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के खिलाफ हितों के टकराव का आरोप लगा। इन सभी आरोपों को सचिन तेंदुलकर ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है। इस बारे में सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि आइपीएल फ्रैंचाइजी मुंबई इंडियंस से वे किसी भी तरह की फीस नहीं लेते हैं ना ही उनके पास मुंबई इंडियंस के लिए किसी तरह का कोई डिसिजन लेने का अधिकार है। बता दें कि हाल ही में सचिन तेंदुलकर को बीसीसीआइ के लोकपाल डीके जैन ने एक नोटिस भेजा था। इस नोटिस का जवाब सचिन ने रविवार को भेजा है।
रविवार को सचिन तेंदुलकर ने 14 प्वाइंट में बीसीसीआइ लोकपाल और नैतिक अधिकारी डीके जैन को अपना जवाब भेजा है। लीजेंड क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण के खिलाफ मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सदस्य संजीव गुप्ता ने हितों के टकराव की शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत में संजीव गुप्ता ने कहा था कि सचिन और लक्ष्मण क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी यानी सीएसी के मेंबर हैं तो आइपीएल फ्रैंचाइजी मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के लिए काम कैसे कर सकते हैं।
सचिन तेंदुलकर द्वारा नोटिस का जवाब देने के बाद बीसीसीआइ लोकपाल ने कहा है कि सचिन तेंदुलकर मुंबई इंडियंस से किसी भी तरह को फायदा नहीं लेते हैं। रिटायरमेंट के बाद सचिन तेंदुलकर मुंबई इंडियंस के आइकोन हैं। वे मुंबई इंडियंस से इसके लिए कोई चार्ज नहीं लेते। मुंबई इंडियंस फ्रैंचाइजी में सचिन की कोई पोजिशन नहीं हैं और ना ही वो कोई डिसिजन ले सकते हैं। चाहे वो खिलाड़ियों को सलेक्शन की ही बात क्यों ना हो। ऐसे में हितों के टकराव की बात जायज नहीं ठहरती।
डीके जैन ने बताया है कि शिकायत कर्ता ने गलत समझ लिया है कि सचिन मुंबई इंडियंस के साथ किसी भी तरह के गवर्नेंस, मैनेजमेंट या फिर इम्पलॉयमेंट से जुड़े हैं। मुंबई इंडियंस में सचिन तेंदुलकर का रोल काफी सीमित है। सचिन मुंबई इंडियंस के यंग प्लेयर्स को उनको अपनी वास्तविक क्षमता का एहसास करने में मदद दिलाते हैं। उधर, सचिन तेंदुलकर ने डगआउट में बैठने को लेकर कहा है कि मुंबई के पास बैटिंग, बोलिंग और हैड कोच हैं, जो अपना काम करते हैं। वे केवल टीम का उत्साहवर्धन करने के लिए डगआउट का हिस्सा होते हैं, जहां खिलाड़ी, कोच और सपोर्ट स्टाफ बैठता है।