सीओए के प्रमुख 70 साल के विनोद राय पर उठे सवाल, क्या बने रहेंगे अपने पद पर
विनोद राय कुछ ही दिनों में 70 वर्ष के हो जाएंगे फिर भी क्या वो अपने पद पर बने रहेंगे।
अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय 23 मई को 70 साल के हो जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआइ के पदाधिकारियों की आयुसीमा 70 वर्ष कर रखी है और विनोद राय ने भी अपने कार्यकाल में 70 से ज्यादा उम्र वाले पदाधिकारियों के खिलाफ कड़ा रवैया अपनाया है। ऐसे में अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या दूसरों पर लागू नियम का पालन पूर्व कैग प्रमुख भी करेंगे या नहीं?बीसीसीआइ के एक पदाधिकारी ने कहा कि वह हमेशा से 70 साल के उम्र से ज्यादा के पदाधिकारियों के खिलाफ रहे हैं।
लोढ़ा समिति की सिफारिशों पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक बीसीसीआइ के पदाधिकारियों की उम्र 70 वर्ष से ज्यादा नहीं हो सकती। जब विनोद राय को सीओए का प्रमुख बनाया गया तो उसके बाद उन्होंने पदाधिकारियों ही नहीं बीसीसीआइ की समिति में भी 70 से ज्यादा उम्र के सदस्यों का विरोध किया। एन. श्रीनिवासन, एमपी पांडोव और निरंजन शाह जैसे दिग्गजों को इसका खामियाजा उठाना पड़ा। इस साल 12 अप्रैल को ही बीसीसीआइ की एक बैठक में विनोद राय ने साफ कहा कि 70 साल की उम्र से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति किसी समिति में नहीं होगा।
नेशनल क्रिकेट अकादमी (एनसीए) की समिति पर भी यह नियम लागू होगा, यानि उनका इशारा एनसीए प्रमुख और पूर्व बीसीसीआइ सचिव निरंजन शाह की तरफ था। बीसीसीआइ के अधिकतर पदाधिकारियों को लगता है कि जिन नियमों का उन्होंने इतनी सख्ती से पालन कराया, उसका उन्हें खुद भी पालन करना चाहिए। इससे बहुत अच्छा संदेश जाएगा। मुझे याद है कि जब सुप्रीम कोर्ट सीओए का गठन कर रहा था तब न्यायमित्र ने एक बार कुछ नाम सुझाए थे लेकिन उनकी उम्र 70 वर्ष से ज्यादा थी, तब शीर्ष अदालत ने उन नामों पर विचार करने से मना कर दिया था।