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जन्मदिन विशेष: जब एक गेंद ने शेन वॉर्न को बना दिया कलाई का जादूगर

ऑस्ट्रेलिया के इस महान गेंदबाज ने साल 1992 में सिडनी में भारत के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का आगाज किया था।

By Lakshya SharmaEdited By: Published: Thu, 13 Sep 2018 03:49 PM (IST)Updated: Thu, 13 Sep 2018 03:50 PM (IST)
जन्मदिन विशेष: जब एक गेंद ने शेन वॉर्न को बना दिया कलाई का जादूगर
जन्मदिन विशेष: जब एक गेंद ने शेन वॉर्न को बना दिया कलाई का जादूगर

नई दिल्ली, जेएनएन। जब जब क्रिकेट में स्पिनर्स की बात होगी तो एक खिलाड़ी का नाम शायद टॉप 3 में जरूर आएगा। इस खिलाड़ी का नाम है शेन वॉर्न। हालांकि टेस्ट क्रिकेट में इनके विकेट की गिनती मुथैया मुरलीधरन से कम है लेकिन आज तक किसी भी लेग स्पिनर ने वॉर्न जितने विकेट कभी नहीं लिए। आज यानी 13 सितंबर को कलाई के इस जादूगर का 49वां जन्मदिन है। वॉर्न का जन्म 13 सितंबर 1969 को ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया में हुआ था। 

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वॉर्न ने टेस्ट क्रिकेट में 145 मैचों में 708 विकेट लिए हैं लेकिन एक विकेट ना तो वह कभी भूल सकते हैं और ना ही फैंस उनको भूलने देंगे। वह गेंद थी 1993 के एशेज के दौरान ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट में इंग्लैंड के माइक गेटिंग को जिस गेंद पर बोल्ड किया था, उस गेंद को सेंचुरी की सर्वश्रेष्ठ गेंद भी कहा जाता है। वॉर्न की यह गेंद लगभग 90 डिग्री तक घूमी। 

आखिर क्या था उस गेंद में ऐसा 

उस मैच में वॉर्न की एक गेंद लेग स्टंप के काफी बाहर पिच हुई और जब वह पिच पर गिरी तो ऐसा लगा की वह वाइड हो जाएगी या लेग स्टंप के बाहर नहीं जाएगी।  गेटिंग ने उसे खेलने का प्रयास नहीं किया लेकिन गेंद पिच पर पड़ने के बाद तेजी से टर्न हुई गेंद गेटिंग को चकमा देते हुए उनके ऑफ स्टंप पर जा लगी,  जिसे देखकर सभी हैरान रह गए। गेटिंग तो काफी देर तक वह अपने स्टंप को ही देखते रहे। 

रवि शास्त्री बने थे वॉर्न के पहले शिकार

ऑस्ट्रेलिया के इस महान गेंदबाज ने साल 1992 में सिडनी में भारत के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का आगाज किया था। और मौजूदा भारतीय टीमन के कोच रवि शास्त्री को अपना पहले शिकार बनाया था। हालांकि जब शास्त्री आउट हुए तो वह 206 रन बनाकर अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा चुके थे।

विवादों से रहा पुराना नाता

वॉर्न मैदान के अंदर जितने सुर्खियों में रहते थे वैसे ही वह मैदान के बाहर भी अखबारों की हैडलाइन बनते थे। साल 1999 में वह ऑस्ट्रेलिया के कप्तान बनने के काफी करीब थे लेकिन डोपिंग की वजह से उन्हें 2 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया। इसके बाद साल 2000 में ब्रिटेन की नर्स ने उन पर अश्लील मैसेज भेजने का आरोप लगाया। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया बोर्ड ने उनसे टीम की उप कप्तानी तक छीन ली। इस विवाद के कारण उनकी पत्नी सिमोना भी उनसे अलग हो गई।

वॉर्न के सपनों में आते थे सचिन

स्पिन के इस जादूगर ने भले ही अपनी फिरकी से दुनिया के बड़े से बडे़ बल्लेबाज को नचाया हो लेकिन वॉर्न ने खुद ने ये खुलासा किया हुआ है कि सचिन उनके सपने में भी छक्का मारकर उन्हें डराते हैं। साल 1998 में सचिन ने वॉर्न की गेंद पर खूब रन बनाए थे।

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