पूर्व भारतीय कप्तान अजहरुद्दीन बोले- मिलकर कराना होगा ये बदलाव, तभी हो सकता है IPL
मोहम्मद अजहरुद्दी ने कहा है कि अगर आइपीएल के लिए समय चाहिए तो फिर एफटीपी में बदलाव करना होगा जिसके लिए सभी को सहमत होना पड़ेगा।
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन का मानना है कि सभी क्रिकेट बोर्डों को एक साथ आना चाहिए और इंटरनेशनल क्रिकेट कैलेंडर में बदलाव करना चाहिए, क्योंकि कोरोना वायरस की वजह से हर तरह की क्रिकेट काफी प्रभावित हुई है, जिसमें आइपीएल जैसी लीग भी शामिल है। हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन यानी एचसीए के अध्यक्ष मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कहा है फ्यूचर टूर्स एंड प्रोग्राम्स यानी एफटीपी में इंडियन प्रीमियर लीग को शामिल करना चाहिए, जो घरेलू और विदेशी खिलाड़ियों को महत्वपूर्ण है।
57 साल के मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कहा है, "मुझे यकीन है कि मौजूदा परिस्थितियों में इतनी अनिश्चितता के कारण दो साल के लिए एफटीपी में पुनर्गठन हो सकता है। मेरा मतलब है कि आप हमेशा अच्छे समय की तैयारी कर सकते हैं, लेकिन आप बुरे समय की तैयारी नहीं कर सकते। एक बार जब चीजें शांत हो जाएं, तो हम अन्य सदस्य देशों के साथ बातचीत कर सकते हैं।" आइपीएल की शुरुआत 29 मार्च से होनी थी, लेकिन इसे 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया था, जिसे अब आगे और बढ़ाना होगा, क्योंकि अभी हालात किसी भी तरह के खेलों के लिए नहीं हैं।
आइपीएल के 7 मैचों के आयोजन कराने का इंतजार कर रहे हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अजहरुद्दीन ने कहा है, "मुझे लगता है कि अगर उन्हें आइपीएल के लिए जगह देनी है तो फिर पूरे कार्यक्रम को बदलना होगा। यह एक विकल्प है या जो भी चल रहा है उसी को देखते रहो कि क्या कर सकते हैं, लेकिन इसका मतलब है कि आइपीएल के सभी हितधारकों को भारी नुकसान होगा, जो व्यावहारिक नहीं है।"
उन्होंने आगे कहा है, "इसलिए, मुझे उम्मीद है कि एफटीपी में बदलाव होगा, अगर हमें आइपीएल के लिए समय चाहिए तो। मुझे लगता है कि सभी बोर्ड सहमत होंगे, क्योंकि हर कोई इससे प्रभावित हो रहा है, लेकिन जाहिर है बीसीसीआइ इससे ज्यादा प्रभावित होगा।" लंबे समय तक भारतीय टीम की कप्तानी करने वाले मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कहा है कि अगर आइपीएल नहीं होता है तो इससे न सिर्फ घरेलू क्रिकेटरों को, बल्कि विदेशी क्रिकेटरों को भी काफी नुकसान होगा।