ह्यूज के पहले सिर्फ एक ही क्रिकेटर ने ऐसे गंवाई थी जान
जिस तरह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी फिलिप ह्यूज की गेंद लगने से मृत्यु हुई वैसा इससे पहले क्रिकेट इतिहास में सिर्फ एक बार ही हुआ है। बहुत कम लोग ही इस अनजान मानी जाने वाली चोट से वाकिफ हैं लेकिन एक परिवार ऐसा है जिसने 21 साल पहले अपना लाडला भी इसी
मेलबर्न। जिस तरह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी फिलिप ह्यूज की गेंद लगने से मृत्यु हुई वैसा इससे पहले क्रिकेट इतिहास में सिर्फ एक बार ही हुआ है। बहुत कम लोग ही इस अनजान मानी जाने वाली चोट से वाकिफ हैं लेकिन एक परिवार ऐसा है जिसने 21 साल पहले अपना लाडला भी इसी चोट की वजह से खोया था।
मेलबर्न की एक पत्रकार लिज पोर्टर द्वारा फोरेंसिक केस स्टडी की एक किताब में इसका जिक्र किया गया है। इसकी जानकारी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के डॉक्टर पीटर ब्रुक्नर ने दी है। पीटर ने कहा, '25 वर्षीय ह्यूज की 'वर्टेब्रल आर्टरी डिसेक्शन' की चोट एक बहुत दुर्लभ प्रकार की चोट है जो इससे पहले सिर्फ तकरीबन 100 बार ही सामने आई है जबकि क्रिकेट की गेंद से ये घटना इससे पहले सिर्फ एक बार ही हुई थी।'
- 21 साल पुराना वो हादसाः
इस रिपोर्ट के मुताबिक पिछली बार जब क्रिकेट के खेल में ऐसी घटना सामने आई थी तब ये किसी प्रथम श्रेणी मैच में नहीं बल्कि ट्रेनिंस सत्र के दौरान नेट्स में हुई थी। 1993 में मेलबर्न स्थित एक ट्रेनिंग सत्र के दौरान ऐसा ही एक बल्लेबाज के साथ हुआ था लेकिन उस दौरान मीडिया की सक्रियता न के बराबर होने की वजह से किसी को इसकी ज्यादा खबर नहीं लगी। पोर्टर ने अपनी रिपोर्ट में उस किस्से के बारे में लिखा, 'जिस गेंदबाज ने वो गेंद फेंकी थी वो घुटने की चोट के कारण ठीक से गेंद फेंक नहीं पा रहा था। वो बीच-बीच में अपने साथी से बात भी कर रहा था। इसके बाद उसके साथी ने पैड बांधे और नेट्स पर बल्लेबाजी करने उतर पड़ा। गेंदबाज ने अपना रन अप लिया और आम तरह से गेंद फेंक दी। वो गेंद शॉर्ट या बाउंसर नहीं लग रही थी और लेग साइड की तरफ जा रही थी। गेंदबाज ने अपने साथी को उस गेंद पर शॉट खेलने के लिए अपनी पोजीशन लेते देखा लेकिन अचानक गेंद पिच पर किसी कंकड़ से टकराई और उम्मीद से बहुत ज्यादा ऊपर उछल गई। गेंदबाज ने अपने साथी को इससे बचने के लिए बाईं तरफ अपने कंधे और सिर को घुमाते देखा लेकिन वो चोटिल हो चुका था। बल्लेबाज को मौके पर ही सीपीआर दिया गया फिर अस्पताल ले जाया गया जहां उसे लाइफ सपोर्ट पर रखा गया। दोपहर में उस गेंदबाज को बताया गया कि उसका दोस्त अब इस दुनिया में नहीं रहा।'