अंधेरे में भारतीय क्रिकेट बोर्ड के पदाधिकारी, कौन लेगा आइसीसी से पंगा?
इस समय बीसीसीआइ में तीन अधिकारी बचे हुए हैं जिनमें सीके खन्ना कार्यवाहक अध्यक्ष, अमिताभ चौधरी कार्यवाहक सचिव और अनिरुद्ध चौधरी कोषाध्यक्ष का काम देख रहे हैं।
नई दिल्ली, अभिषेक त्रिपाठी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) का प्रतिनिधि कौन होगा इसके लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) और बोर्ड के पदाधिकारी अदालत में आमने-सामने हैं, लेकिन इसी बीच आइसीसी के राजस्व को लेकर बुधवार को दिल्ली में होने वाली बैठक से बोर्ड के पदाधिकारियों को ही दूर कर दिया गया है।
बांग्लादेश आइसीसी के बिग थ्री राजस्व मॉडल का विरोध करता आया है। उसे लगता है कि इससे उसका नुकसान होगा, जबकि बीसीसीआइ, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को इससे फायदा होना है। जब एन श्रीनिवासन आइसीसी अध्यक्ष थे तब यह राजस्व मॉडल लाया गया था, लेकिन शशांक मनोहर के आइसीसी चेयरमैन बनने के बाद इसे बदला जा रहा है और इससे भारत को तगड़ा घाटा होने वाला है।
बीसीसीआइ इसका विरोध कर रहा है और इसीलिए उसके राज्य संघ व बचे हुए तीन पदाधिकारी आइसीसी की अगली बैठक में श्रीनिवासन को बोर्ड के प्रतिनिधि के तौर पर भेजना चाहते हैं जिससे वह इसका तगड़ा विरोध कर सकें, जबकि सीओए का कहना है कि ये लोढ़ा समिति की सिफारिशों के खिलाफ है। क्योंकि श्रीनिवासन 72 साल के हैं और इसके लिए अयोग्य हैं। इसको लेकर 17 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है।
इस समय बीसीसीआइ में तीन अधिकारी बचे हुए हैं जिनमें सीके खन्ना कार्यवाहक अध्यक्ष, अमिताभ चौधरी कार्यवाहक सचिव और अनिरुद्ध चौधरी कोषाध्यक्ष का काम देख रहे हैं। इन तीनों में से दो अधिकारियों का कहना है कि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख नजमुल हसन पपोन से होने वाली बैठक के लिए हमें कोई सूचना नहीं दी गई है। जब हमें सूचना ही नहीं दी गई तो इसमें जाने का सवाल ही नहीं उठता।
बांग्लादेश को टेस्ट देश का दर्जा प्राप्त है और वह भी आइसीसी में होने वाले कुछ रिफॉर्म का विरोध कर रहा है। वह कुछ सालों के अंतराल के बाद टेस्ट दर्जे की समीक्षा और द्विस्तरीय टेस्ट प्रणाली के खिलाफ है। यही अगली आइसीसी बैठक में बीसीबी को अपने पक्ष में करने के लिए प्रयासरत है। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में सीओए की तरफ से विनोद राय, डायना इडुलजी और विक्रम लिमये भाग लेंगे। रामचंद्र गुहा फिलहाल विदेश में हैं, जबकि बीसीसीआइ के सीईओ राहुल जौहरी भी बैठक में होंगे।
दिल्ली में फिर खुला बीसीसीआइ का दफ्तर
सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुराग ठाकुर को बीसीसीआइ अध्यक्ष पद से बर्खास्त करने के बाद सीओए ने बोर्ड का राजधानी स्थिति दफ्तर बंद कर दिया था। अब सीके खन्ना अध्यक्ष का कामकाज देख रहे हैं इसलिए यह दफ्तर खोल दिया गया है। खन्ना ने इस दफ्तर में बैठना भी शुरू कर दिया है। दिल्ली के पूर्व लेग स्पिनर चैतन्य नंदा को मीडिया मैनेजर नियुक्त किया गया है। वह बीसीसीआइ के नॉर्थ जोन का काम देखेंगे।