BCCI के इन पदाधिकारियों के सहयोगियों पर चली तलवार
दैनिक जागरण के पास मौजूद नोटिस में लिखा है कि सीओए के निर्देश के अनुसार यह नोटिस जारी किया जा रहा है।
नई दिल्ली, अभिषेक त्रिपाठी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड में नियंत्रण की लड़ाई अहम मोड़ पर आ गई है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) के निर्देश पर सीईओ राहुल जौहरी ने तीनों पदाधिकारियों के सहयोगी कर्मचारियों को तीन माह का बर्खास्तगी नोटिस थमा दिया गया है।
कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना, कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी और कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी के साथ काम करने वाले कर्मचारियों को तीन माह में नौकरी छोड़ने और सभी सामान को सौंपने का आदेश दिया गया है।
राहुल जौहरी की तरफ से एक अक्टूबर को जारी यह नोटिस कर्मचारियों को बुधवार को मिला। दैनिक जागरण के पास मौजूद नोटिस में लिखा है कि सीओए के निर्देश के अनुसार यह नोटिस जारी किया जा रहा है। आपको पता है कि में नया संविधान लागू हो गया है और सीओए को उम्मीद है कि अगले तीन माह में नए पदाधिकारियों का चुनाव हो जाएगा।
ऐसे में आपकी सेवाओं की जरूरत नए पदाधिकारी को नहीं होगी। इसको देखते हुए आपको बर्खास्तगी का नोटिस देता है। इसके लिए आपको तीन महीने का समय दिया गया है।
आपसे अनुरोध है कि से संबंधित सभी सामान लौटा दिए जाएं।1इस पर बोर्ड के एक पदाधिकारी ने कहा कि जो नोटिस जारी किए गए हैं वह सही नहीं है। नोटिस में कर्मचारियों को संबंधित पदाधिकारियों का कर्मचारी बताया गया है जबकि इनमें से कई की नियुक्ति में हुई थी। ये के कर्मचारी हैं और नए पदाधिकारी चाहें तो इन्हें अपने पास जोड़ सकते हैं।
इसके लिए तीन महीने में के चुनाव का बहाना बनाया गया है। क्या सीओए ने चुनाव कराने की घोषणा कर दी है? क्या वाकई में तीन माह में के चुनाव हो जाएंगे? अगर तीन माह में चुनाव नहीं होंगे तो इन कर्मचारियों का क्या होगा? निश्चित तौर पर किसी डर के कारण इस तरह का फैसला लिया गया है।