IPL 2020 में खिलाड़ियों को मैच फिक्सरों से बचाने के लिए UAE पहुंची BCCI की स्पेशल टीम
IPL 2020 में खिलाड़ियों को मैच फिक्सरों से दूर रहने की सलाह देने और खिलाड़ियों पर नजर बनाए रखने के लिए बीसीसीआइ की एंटी करप्शन यूनिट यूएई पहुंच गई है।
दुबई, पीटीआइ। अगल साल इंडियन प्रीमियर लीग यानी IPL 2020 का आगाज हो जाएगा। 19 सितंबर से संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई में आइपीएल का आयोजन हो रहा है। टूर्नामेंट के पहले मैच में मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स का आमना-सामना होगा। आइपीएल की शुरुआत में अब कम समय बचा है। ऐसे में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। यहां तक कि खिलाड़ियों को मैच फिक्सरों से बचाने के लिए और खिलाड़ियों पर नजर बनाए रखने के लिए बोर्ड की एंटी करप्शन यूनिट (ACU) यूएई पहुंच गई है।
आइपीएल के लिए बनाए गए बायो-सिक्योर बबल और बीसीसीआइ के प्रोटोकॉल्स के मुताबिक, किसी खिलाड़ी को बाहर के किसी सदस्य से मिलने की अनुमति नहीं है। ऐसे में मैच फिक्सिंग के लिए खिलाड़ियों को अप्रोच करने वाले लोग सीधे तौर पर नहीं मिलेंगे, लेकिन इसके लिए वे सोशल मीडिया कता इस्तेमाल कर सकते हैं। यही कारण है कि एसीयू ने खिलाड़ियों को ऐसे लोगों से दूर रहने की सलाह देने के लिए वीडियो सेशन रखा है। पहले एसीयू खिलाड़ियों से मिलकर इस बात की जानकारी देती थी, लेकिन अब वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए एसीयू और खिलाड़ियों की मुलाकात होगी।
बीसीसीआइ की 8 सदस्यी टीम, जिसके मुखिया अजीत सिंह हैं, वे मंगलवार को दुबई पहुंच गए हैं। यहां वे 6 दिन तक क्वारंटाइन में रहेंगे। इस दौरान सभी के तीन-तीन कोविड 19 टेस्ट होंगे, जिनकी रिपोर्ट का नेगेटिव आना जरूरी है। अजीत सिंह पहले ही इस बात को कह चुके हैं कि आइपीएल 2020 पहले की अपेक्षा ज्यादा सुरक्षित होगा। न तो स्टेडियम में दर्शक होंगे और न ही फैंस खिलाड़ियों से मिल पाएंगे। ऐसे में फैंस के तौर पर मिलने वाले मैच फिक्सर खिलाड़ियों से नहीं मिल पाएंगे।
एसीयू यूएई में 8 टीमों के खिलाड़ियों से अलग-अलग सेशन में मिलेगी। ये सेशन उन खिलाड़ियों के लिए ज्यादा लाभदायक होंगे, जो युवा हैं और उनको इंटरनेशनल क्रिकेट में आना है। सीनियर खिलाड़ी एसीयू के प्रोटोकॉल्स के बारे में जानते हैं। एसीयू के मुखिया अजीत सिंह ने कहा है, "इस बार वीडियो काउंसलिंग होगी और यह एक से एक आधार पर नहीं होगी। हम इसे एक समूह के साथ-साथ व्यक्तिगत आधार पर भी कर सकते हैं जो कि संभव है पर निर्भर करता है और हम इसे एक-एक करके (सभी टीमों के साथ) करेंगे। हमने खेल अखंडता एजेंसियों ( Sports integrity agencies) को भी काम पर रखा है। यदि कोई संदिग्ध नजर आता हैं, तो हम उसकी गतिविधियों की निगरानी करेंगे।"