बांग्लादेश बोर्ड का आदेश, ये खिलाड़ी 2 साल तक नहीं खेलेगा IPL सहित कोई विदेशी लीग
रहमान पर बांग्लादेश बोर्ड ने कड़ा रुख अपनाते हुए उन्हें आदेश दिया है कि अब वह 2 साल तक विदेशी लीगों में नहीं खेलेगा
नई दिल्ली, जेएनएन। बांग्लादेश के स्टार तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान आजकल अपने प्रदर्शन से ज्यादा चोट के कारण खबरों में रहते हैं। उनका लगातार चोटिल होना बांग्लादेश के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। अब रहमान पर बांग्लादेश बोर्ड ने कड़ा रुख अपनाते हुए उन्हें आदेश दिया है कि अब वह 2 साल तक विदेशी लीगों में नहीं खेलेगा। इसका मतलब है कि वह दो साल तक आइपीएल में खेलते दिखाई नहीं देंगे।
बीसीबी के अध्यक्ष नजमुल हसन ने इसके बारे में जानकारी देते हुए बताया कि रहमान इस तरह से नहीं खेल सकता, वह विदेशी लीग में खेलता है और फिर चोटिल हो जाता है।
दरअसल रहमान को आइपीएल में खेलते हुए अंगूठे में चोट लग गई थी, मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलते हुए उनको इतनी गंभीर चोट लगी, जिसके बाद वह अफगानिस्तान के खिलाफ टी-20 सीरीज और वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज नहीं खेल पाए थे। मुस्ताफिजुर का ना खेलना बांग्लादेश को भारी पड़ रहा है। टीम को अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज दोनों के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।
अब रहमान की चोट से परेशान बीसीबी ने साफ कर दिया है कि वह अगले दो साल तक विदेशी लीग में नहीं खेलेगा, नजमुल हसन ने बताया कि मैंने उसे बता दिया है कि वह किसी भी विदेशी लीग में नहीं खेल सकता। उसका ये रवैया नहीं चलेगा। वह लीगों में खेलता है और जब राष्ट्रीय टीम में खेलने की बारी आती है तो चोटिल हो जाता है। हम ये स्वीकार नहीं कर सकते। वह बोर्ड की देखरेख में रिहैब की प्रक्रिया से गुजरता है लेकिन फिर लीग में खेलकर चोट को उबरने का मौका देता है।
बीसीबी के अध्यक्ष के बयान या आदेश को गलत नहीं बताया जा सकता क्योंकि रहमान लगातार लीग में चोटिल होकर लंबे समय के लिए क्रिकेट से दूर हो जाते हैं। साल 2016 में भी वह इंग्लैंड में खेली जाने वाली टी-20 ब्लास्ट में चोटिल होकर स्वदेश लौटे थे और इस बार भी आइपीएल में चोटिल हो गए थे।
टेस्ट मैचों में नहीं खेलना चाहते 3 बांग्लादेशी खिलाड़ी
बांग्लादेश बोर्ड के अध्यक्ष ने एक और खुलासा करते हुए बताया कि हमारी टीम के 3 मुख्य खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते। इनमे शाकिब अल हसन, रूबेल हसन और मुस्ताफिजुर रहमान शामिल है। नजमुल हसन ने कहा कि इन सभी के रवैये से ये लगता कि वह टेस्ट क्रिकेट के लिए ज्यादा इच्छुक नहीं है। किसी ने ऐसा कहा नहीं है लेकिन उनका रवैया देखकर तो यही लगता है।