क्या हालत हो गई है ऑस्ट्रेलिया की, जूझ रहा है विकेटकीपर की कमी से
बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम में विकेट कीपर को लेकर घमासान मचा है।
नई दिल्ली, जेएनएन। बांग्लादेश के खिलाफ पहला टेस्ट हारने के बाद फिलहाल कंगारू टीम के सामने विकेटकीपर की बड़ी समस्या आ खड़ी हुई है। दरअसल टीम के रेगुलर विकेटकीपर मैथ्यू वेड का प्रदर्शन पिछले कुछ समय से ठीक नहीं रहा है ऐसे में अब दूसरे टेस्ट के लिए उनकी जगह पार्ट टाइम विकेटकीपर पीटर हैंड्सकौंब को अजमाया जा सकता है। हालांकि मैथ्यू वेड को टीम से बाहर करने के मसले पर कप्तान स्मिथ भी अपना नजरिया साफ नहीं कर पाए हैं और टीम के भीतर इस बात को लेकर बहस चल रही है कि क्या उन्हें दूसरे टेस्ट में मौका दिया जाए या फिर नहीं।
मैथ्यू वेड को पिछले वर्ष नवंबर में ऑस्ट्रेलिया टेस्ट टीम में शामिल किया गया था और उसके बाद से उनका बल्लेबाजी औसत सिर्फ 21 का है साथ ही बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में खेले गए पहले टेस्ट मैच की पहली और दूसरी पारी में उन्होंने पांच और चार रन बनाए थे। उनके खराब फॉर्म को देखते हुए ऑस्ट्रेलियाई खेमा इस बात पर विचार कर रहा है कि उनकी जगह टीम में पार्ट टाइम विकेटकीपर पीटर हैंड्सकौंब को अजमाया जाए जो इस वक्त टीम में स्पेशलिस्ट बल्लेबाज के तौर पर खेल रहे हैं। चिटगौंग टेस्ट से पहले टीम के कप्तान स्मिथ का कहना है कि वो इस ऑप्शन पर विचार कर रहे हैं। स्मिथ के मुताबिक अगर पीटर विकेट कीपिंग करते हैं तो उनके पास टीम में एक एक्सट्रा गेंदबाज या बल्लेबाज को मौका देने का ऑप्शन रहेगा।
स्मिथ ने पीटर के बारे में कहा कि बांग्लादेश दौरे पर आने से पहले वो अपनी कीपिंग पर काम कर रहे थे। विक्टोरिया के लिए वनडे में उन्होंने विकेट कीपिंग की है। ऐसे में वो टीम के लिए विकेट कीपर की भूमिका निभा सकते हैं। अगर हम इस ऑप्शन के साथ जाते हैं तो हमें उम्मीद है कि वो टीम के लिए ये भूमिका अच्छी तरह निभाएंगे। स्मिथ ने ये भी कहा कि ये हमारे लिए एक कठिन फैसला होगा कि मैथ्यू की जगह पीटर को ये भूमिका दी जाए लेकिन हम मैटी से बल्ले से भी कुछ योगदान चाहते हैं। वो जानते हैं कि उन्हें बल्ले के साथ भी थोड़ा और अच्छा प्रदर्शन करना है।
हालांकि इस मामले पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई विकेट कीपर इयान हीली का कहना है कि चिटगौंग टेस्ट में पीटर से विकेट कीपिंग कराना एक बड़ी गलती होगी। अगर आप ऐसा करते हो तो इससे उनकी बल्लेबाजी प्रभावित होगी। इसके अलावा टीम के गेंदबाज भी इस बात को लेकर ज्यादा सहमत होंगे कि विकेट के पीछे एक पार्ट टाइमर विकेट कीपर कीपिंग करे।