श्रीलंका ने पांचवीं बार जमाया एशिया कप पर कब्जा
ढाका। 'मैन ऑफ द मैच' लसिथ मलिंगा (5/56) की घातक गेंदबाजी के बाद सलामी बल्लेबाज लाहिरू थिरिमाने (102) की शतकीय पारी की मदद से श्रीलंका ने शनिवार को गत चैंपियन पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर पांचवीं बार एशिया कप टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया। पिछले संस्करण में एक भी मैच नहीं जीत पाने वाली श्रीलंकाई टीम ने मौजूदा संस्करण में अपने सभी मैच में विजय हासिल की और सर्वाधिक बार यह खिताब जीतने के मामले में भारत के साथ आ खड़ी हुई।
ढाका। 'मैन ऑफ द मैच' लसिथ मलिंगा (5/56) की घातक गेंदबाजी के बाद सलामी बल्लेबाज लाहिरू थिरिमाने (102) की शतकीय पारी की मदद से श्रीलंका ने शनिवार को गत चैंपियन पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर पांचवीं बार एशिया कप टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया। पिछले संस्करण में एक भी मैच नहीं जीत पाने वाली श्रीलंकाई टीम ने मौजूदा संस्करण में अपने सभी मैच में विजय हासिल की और सर्वाधिक बार यह खिताब जीतने के मामले में भारत के साथ आ खड़ी हुई।
टॉस जीतकर बल्लेबाजी को उतरी पाकिस्तान टीम ने फवाद आलम के नाबाद शतक (114) के अलावा मिस्बाह उल हक (65) और उमर अकमल (59) की अर्धशतकीय पारियों की मदद से निर्धारित 50 ओवर में पांच विकेट पर 260 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया।
जवाब में कुशल परेरा (42) और थिरिमाने ने 10 ओवर में 56 रन की साझेदारी करके श्रीलंकाई टीम को तेज शुरुआत दिलाई। अजमल ने 11वें ओवर की लगातार दो गेंदों पर परेरा और फॉर्म में चल रहे कुमार संगकारा (00) के विकेट निकाल कर मैच में पाकिस्तान की पकड़ मजबूत बनाने की कोशिश की। लेकिन पिछले कुछ मैचों से सस्ते में आउट हो रहे महेला जयवर्धने (75) ने थिरिमाने के साथ क्रीज पर खूंटा गाड़ दिया और टीम को जीत की ओर अग्रसर किया। दोनों के बीच 156 रन की साझेदारी हुई। आउट होने से पहले जयवर्धने ने नौ चौके और एक छक्का लगाया, जबकि थिरिमाने ने अजमल की गेंद पर बोल्ड होने से पहले 108 गेंदों का सामना करते हुए 13 चौके लगाए। श्रीलंका ने 46.2 ओवर में ही 261 रन बना लिए।
इससे पहले पाकिस्तानी टीम को मलिंगा ने शुरुआत में ही झकझोर कर रख दिया। उन्होंने अपने लगातार तीन ओवरों में एक-एक बल्लेबाज को पवेलियन भेजते हुए पांचवें ओवर तक पाकिस्तान का स्कोर तीन विकेट पर 18 रन कर दिया। मलिंगा ने पहले ओवर में सलामी बल्लेबाज शरजील खान (08) को तिषारा परेरा के हाथों कैच आउट कराया, इसके बाद अगले दो ओवरों में अहमद शहजाद (05) और मुहम्मद हफीज (03) को विकेटकीपर कुमार संगकारा के हाथों लपकवाया।
बेहद खराब शुरुआत के बाद कप्तान मिस्बाह उल हक (65) ने युवा बल्लेबाज फवाद आलम के साथ मिलकर टीम को संभाला। दोनों ने विकेट नहीं गिरने दिया, लेकिन टीम की रनगति बेहद ही धीमी पड़ गई। टीम ने सौ का आंकड़ा 31वें ओवर में जा कर छुआ। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 32.1 ओवर में 3.79 के रनरेट से 122 रन जोड़े। शुरुआती तीन विकेट लेने वाले मलिंगा ने ही मिस्बाह (98 गेंद, तीन चौके, दो छक्के) को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा। मिस्बाह जब आउट हुए तब टीम का स्कोर 36.4 ओवर में चार विकेट पर 140 रन था, उस वक्त पाकिस्तान का कुल स्कोर 220 से 230 तक पहुंचता नजर आ रहा था, लेकिन नए बल्लेबाज उमर अकमल (59) के मैदान पर आते ही आलम ने भी अपना गियर बदला और तेजी से रन बनाने शुरू कर दिए।
दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 13 ओवर में 8.84 के रनरेट से 115 रन जोड़कर टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया।
अपना अर्धशतक 91 गेंद में पूरा करने वाले आलम ने अगले पचास रन के लिए केवल 35 गेंदों का सामना किया। इस दौरान आलम को 92 रन के निजी स्कोर पर एक जीवनदान भी मिला जब चतुरंगा डिसिल्वा ने मिडविकेट पर उनका कैच टपका दिया। आखिरी ओवर में आउट होने से पहले अकमल ने अपनी 42 गेंद की पारी में सात चौके लगाए।