भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे बोले- लॉकडाउन में मेंटल हेल्थ भी महत्वपूर्ण है
भारतीय टीम के धाकड़ बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने कहा है कि लॉकडाउन में मेंटल हेल्थ भी महत्वपूर्ण है क्योंकि लोग अकेले हो जा रहे हैं।
मुंबई, आइएएनएस। भारत की टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने शुक्रवार को कहा है कि कोरोना वायरस की वजह से घरों में कैद लोगों को मेंटल हेल्थ की भी जरूरत है। कोरोना वायरस के संकट के समय लोगों को मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहने की आवश्यकता है। महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार कोरोना वायरस की महामारी से लड़ाई लड़ रही है। देश में 21 दिन का लॉकडाउन भी है, जिसमें किसी भी शख्स को बिना किसी काम के घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है।
एक हेल्पलाइन नंबर को ट्वीट करते हुए अजिंक्य रहाणे ने कहा है, "इस लॉकडाउन के दौरान मानसिक स्वास्थ्य भी महत्वपूर्ण है। महाराष्ट्र सरकार और बीएमसी के प्रयासों की सराहना करते हैं ताकि लोगों को उनकी मानसिक भलाई के लिए एक मुफ्त हेल्पलाइन बनाने में मदद मिल सके।" देश में 24 मार्च से लॉकडाउन है जो 14 अप्रैल तक प्रभावी है। इस बीच देश में 2 हजार से ज्यादा कोरोना वायरस के केस सामने आ चुके हैं, जिनमें 50 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।
Mental health is also important during this lockdown. Highly appreciate the efforts of Maharashtra Government, BMC & Mpower for creating a free helpline to support people for their mental wellbeing. @AUThackeray @mybmc @NeerjaBirla
📞 1800 120 820050— Ajinkya Rahane (@ajinkyarahane88) April 3, 2020
कोरना वायरस की वजह से देश में लॉकडाउन है, नहीं तो क्रिकेटर इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन में व्यस्त होते। हालांकि, अब देश पर ये संकट है, जिसमें सभी क्रिकेटर आगे आ रहे हैं। खुद अजिंक्य रहाणे ने 10 लाख रुपये केंद्र और राज्य सरकार के राहत कोष में जमा कराए हैं, जिससे कि कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जीती जा सके।
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश के 40 शीर्ष खिलाड़ियों से कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर बात की, जिसमें बीसीसीआइ के अध्यक्ष सौरव गांगुली, कप्तान विराट कोहली, पीवी सिंधु, सचिन तेंदुलकर और हिमा दास जैसे तमाम खिलाड़ी शामिल रहे। पीएम मोदी ने इन सभी को धन्यवाद कहा और बोले कि आपने देश का गौरव बढ़ाया है, अब देश के लोगों में सकारात्मकता फैलानी की जरूरत है, जिससे कि कोविड 19 के खिलाफ जंग जीती जा सके।