Move to Jagran APP

इसके बाद तो शायद ही मुमकिन है कि युवराज सिंह अगले विश्वकप में खेल पाएं !

युवराज सिंह के अगले विश्व कप में खेलने को लेकर अब संशय बन गया है।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Mon, 22 Oct 2018 06:48 PM (IST)Updated: Tue, 23 Oct 2018 12:23 PM (IST)
इसके बाद तो शायद ही मुमकिन है कि युवराज सिंह अगले विश्वकप में खेल पाएं !
इसके बाद तो शायद ही मुमकिन है कि युवराज सिंह अगले विश्वकप में खेल पाएं !

 नई दिल्ली, जेएनएन। कुछ दिन पहले ही युवराज सिंह ने कहा था कि वो 2019 तक क्रिकेट खेलते रहेंगे। भारतीय टीम में वापसी के लिए प्रयासरत युवी का ये भी कहना था कि टीम में उनका चयन सेलेक्टर्स के हाथों में है। वो अपनी तरफ से कड़ी मेहनत करते रहेंगे पर अब जो हुआ उससे यही संकेत मिल रहे हैं कि उनका अगले विश्व कप में खेलने का सपना अधूरा रह सकता है। 

loksabha election banner

अगले विश्व कप के लिए सभी क्रिकेट बोर्ड आइसीसी को संभावित तीस सदस्यों की सूची देंगे लेकिन इसमें युवराज सिंह का नाम आना मुश्किल लग रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि मंगलवार से शुरू हो रही देवधर ट्रॉफी में भारत की ए, बी और सी टीमें खेल रही हैं और बीसीसीआइ ने इसके लिए तीन टीमों में 45 खिलाड़ियों का चयन किया है। इन तीनों ही टीम में युवराज सिंह को शामिल नहीं किया गया है। 

देवधर ट्रॉफी में सुरेश रैना और आर अश्विन खेलेंगे तो विजय हजारे ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करने वाले गौतम गंभीर को उनकी अच्छी बल्लेबाजी के लिए देवधर ट्रॉफी की टीम में चुन लिया गया लेकिन युवी को किसी भी टीम में जगह नहीं दी गई। इससे यही संकेत मिलते हैं कि युवी के लिए अगले विश्व कप रास्ता फिलहाल तो बंद ही दिख रहा है। जब युवी घरेलू वनडे टूर्नामेंट में ही नहीं खेलेंगे तो उन्हें सीधा विश्व कप से लिए भारतीय टीम में शामिल करना काफी मुश्किल ही लग रहा है। देवधर ट्रॉफी में कई ऐसे खिलाड़ियों को मौका मिला है जिनका नाम नया है लेकिन युवी को जगह नहीं मिली। इसका साथ मतलब ये है कि उन्हें लगभग 2019 विश्व कप की टीम से बाहर कर दिया गया है। 

युवी 2019 विश्व कप में खेलने की इच्छा रखते हैं वो इससे जाहिर हो गया था जब उन्होंने साफ कर दिया था कि वो 2019 तक क्रिकेट खेेलेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मेरी जरुरत होगी तब मैं घरेलू क्रिकेट खेलूंगा लेकिन उन्हें देवधर ट्रॉफी की टीम में शामिल नहीं करना कुछ और ही बात की तरफ इशारा कर रहा है। 

आपको बता दें कि भारत ने टी 20 विश्व कप 2007 में जीता था और इसके बाद 2011 में क्रिकेट विश्व कप का खिताब टीम इंडिया ने अपने नाम किया था। इन दोनों मौकों पर युवराज का प्रदर्शन बेहतरीन रहा था और उनकी भूमिका काफी अहम रही थी। 2007 में दक्षिण अफ्रीका में हुए विश्वकप के दौरान युवराज सिंह ने अपने बल्ले से जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 6 मैचों में 148 रन बनाए जिसमें दो अर्धशतक शामिल थे। इंग्लैंड के खिलाफ 12 गेंद में अर्धशतक के अलावा उन्होंने लगातार 6 गेंदों पर छह छक्के जड़े थे। वहीं भारत में खेले गए 2011 विश्वकप में उन्होंने 9 मैचों में 362 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 4 अर्धशतक और एक शतक भी जमाया। गेंदबाजी में उन्होंने 15 विकेट झटके और मैन ऑफ द टूर्नामेंट चुने गए।

क्रिकेट की खबरों के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.