37 साल पहले आज ही के दिन हुआ था वो कारनामा, जब भारत की आंधी में उड़े थे कंगारू
छह टेस्ट की सीरीज में कंगारू टीम 0-1 से पीछे थी और सीरीज में बराबरी के लिए उसे मुंबई में अंतिम टेस्ट जीतना जरूरी था।
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट के लिहाज से आज का दिन बेहद खास है। क्योंकि 37 साल पहले आज ही के दिन भारतीय टीम ने वो कारनामा कर दिखाया था, जो इससे पहले कभी भी नहीं हुआ था। टीम इंडिया ने सफेद कपड़ों की क्रिकेट में कंगारुओं को पहली बार पस्त किया था।
37 साल पहले रचा था इतिहास
भारतीय क्रिकेट टीम ने 37 साल पहले ठीक आज ही के दिन (7 नवंबर 1979 को) ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट सीरीज जीतने में सफलता हासिल की थी। छह टेस्ट की सीरीज में कंगारू टीम 0-1 से पीछे थी और सीरीज में बराबरी के लिए उसे मुंबई में अंतिम टेस्ट जीतना जरूरी था।
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सुनील गावस्कर व सैयद किरमानी के शतकों और चेतन चौहान और करसन घावरी के अर्द्धशतकों ने मेहमान टीम से यह मौका छीन लिया। गावस्कर (123) और चेतन चौहान (73) के बीच पहले विकेट के लिए हुई 192 रनों की ठोस भागीदारी हुई। इसके बाद नाइट वॉचमैन किरमानी ने नाबाद शतक (101) लगाया और उन्हें करसन घावरी (86) ने जुझारू पारी खेलकर उम्दा सहयोग दिया। किरमानी टेस्ट मैचों में नाइट वॉचमैन के रूप में उतरकर शतक लगाने वाले तीसरे खिलाड़ी बने। भारत ने 458/8 पर पहली पारी घोषित करते हुए मेहमानों की जीत की उम्मीदों को ध्वस्त किया।
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भारत के पहली पारी के बड़े स्कोर से ऑस्ट्रेलिया पस्त हो चुकी थी, ऐसे में भारतीय स्पिनरों दिलीप दोषी (43/5) और शिवलाल यादव (40/4) ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी को 160 पर समेटा। सिर्फ सलामी बल्लेबाज ग्राहम यालप (60) ही भारतीय गेंदबाजों का प्रतिकार कर पाए।
फॉलोआन में खेलते हुए मेहमान टीम की दूसरी पारी 198 पर सिमट गई। कप्तान किम ह्यूज (80) और एलन बॉर्डर (61) ही दोहरी रन संख्या में पहुंच पाए। कपिल देव ने 4 और दिलीप दोषी ने 3 विकेट झटके। भारत ने मैच के चौथे दिन 7 नवंबर को यह टेस्ट पारी और 100 रनों से जीतते हुए सीरीज 2-0 से अपने नाम की। यह उसकी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली टेस्ट सीरीज जीत रही।