हार की गर्द झाड़ आगे बढ़ना होगा पाक टीम को
भारत के खिलाफ पाकिस्तानी टीम को मिली हार के बाद वहां हुई प्रतिक्रिया की मैं आसानी से कल्पना कर सकता हूं। मीडिया और प्रशंसकों से मिली नकारात्मक बयानबाजी अपेक्षित थी। भारत के खिलाफ भले ही पाकिस्तान ने आसानी से घुटने टेक दिए, लेकिन उसे इससे आगे बढ़ना होगा। अगर पाकिस्तानी
(वसीम अकरम का कॉलम)
भारत के खिलाफ पाकिस्तानी टीम को मिली हार के बाद वहां हुई प्रतिक्रिया की मैं आसानी से कल्पना कर सकता हूं। मीडिया और प्रशंसकों से मिली नकारात्मक बयानबाजी अपेक्षित थी। भारत के खिलाफ भले ही पाकिस्तान ने आसानी से घुटने टेक दिए, लेकिन उसे इससे आगे बढ़ना होगा। अगर पाकिस्तानी टीम अगले दोनों मैच जीत लेती है तो उसके देश में भारत से मिली हार के बाद उपजा निराशा का माहौल गायब हो जाएगा।
ऐसा होने पर पाकिस्तानी टीम सेमीफाइनल में जगह बना लेगी। टीम के जीतने पर सब कुछ भुला दिया जाता है और माफ कर दिया जाता है। लेकिन उसके दोनों मैच ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसी बड़ी टीमों के खिलाफ हैं। ऐसे में अफरीदी की टीम को अपना खेल का स्तर ऊंचा करना होगा। उसके पास अपनी प्रतिष्ठा बचाने का यही एक तरीका है। क्योंकि अगर वे हारते हैं तो और ज्यादा आलोचनाओं का सामना करना पड़ेगा।
पाकिस्तान को सकारात्मक क्रिकेट खेलनी होगी और उम्मीद नहीं छोड़नी होगी। मेरा मानना है कि पाकिस्तान को अपने स्पिन विभाग में इमाद वसीम को मौका देना चाहिए। मैं बल्लेबाजी में मध्यक्रम से कोई छेड़छाड़ नहीं चाहता हूं। मैं उसी क्रम को रखता जिसे लेकर कप्तान सहज हो। लेकिन कोई इस मामले पर बात नहीं कर रहा है कि क्यों पाकिस्तान के खेल में निरतंरता नहीं है और हम पिछले तीन सालों में बड़े टूर्नामेंटों में भारत को हरा नहीं पाए हैं। समस्या हमारे प्रथम श्रेणी क्रिकेट के ढांचे से जुड़ी है। पिछले छह-सात सालों में हमने तकनीक पर कोई ध्यान नहीं दिया। फील्डिंग और फिटनेस हमारी प्राथमिकता में नहीं हैं। अगर हम इसमें सुधार नहीं कर पाते हैं तो विश्व कप जैसे बड़े मंच पर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद करना भी बेमानी होगा।
(टीसीएम)