इतिहास रचने उतरेगी टीम इंडिया, बस एक जीत और....
भारतीय टीम पहले ही दो मैच जीतकर पांच मैचों की वनडे सीरीज में अजेय बढ़त ले चुकी है। अब उसकी नजरें मंगलवार को बर्मिंघम में
(गांगुली का कॉलम)
भारतीय टीम पहले ही दो मैच जीतकर पांच मैचों की वनडे सीरीज में अजेय बढ़त ले चुकी है। अब उसकी नजरें मंगलवार को बर्मिंघम में होने वाले चौथे मुकाबले को जीतकर सीरीज अपने नाम करने पर टिकी होंगी। खेल में हम 'हैप्पी हंटिग ग्राउंड' का जिक्र करते हैं और जब टीम इंडिया बर्मिंघम में खेलने उतरेगी तो पिछले साल चैंपियंस ट्रॉफी जीतने की उसकी यादें ताजा हो जाएंगी।
वनडे के रंगीन कपड़ों में भारत एकदम अलग टीम नजर आ रही है और स्पिनरों का शानदार प्रदर्शन उसे मेजबान इंग्लैंड से काफी बेहतर बनाता है। इतना ही नहीं इंग्लैंड के खिलाडिय़ों की बॉडी लैंग्वेज भी बिल्कुल अलग दिख रही है। टेस्ट सीरीज में कमाल करने वाले जेम्स एंडरसन का वनडे में आत्मविश्वास नजर नहीं आ रहा। एंडरसन के प्रदर्शन नहीं कर पाने के कारण इंग्लैंड का पूरा गेंदबाजी आक्रमण साधारण नजर आ रहा है। वहीं भारत के लिए रोहित शर्मा ने पहले वनडे और अजिंक्य रहाणे ने दूसरे वनडे में शीर्ष क्रम पर अच्छी बल्लेबाजी की, जिससे मध्यक्रम को खुलकर खेलने का मौका मिला।
अपने पहले ही मैच में अंबाती रायुडू ने जिस तरह से प्रदर्शन किया देखकर अच्छा लगा। वह आराम से बल्लेबाजी कर रहे थे और उन्होंने शॉट लगाने के लिए सही गेंदों का इंतजार किया और जब कप्तान धौनी ने उन्हें गेंद थमाई तो उन्होंने इंग्लिश बल्लेबाजों को खुद के पार्ट टाइम स्पिनर होने का फायदा नहीं उठाने दिया। रायुडू के प्रदर्शन के बाद धौनी को आगामी विश्व कप में उनके बल्लेबाजी क्रम में एक और विकल्प मिल गया है। पिछले कुछ समय से लगातार निराश कर रहे विराट को खेलते हुए देख भी खुशी हुई। वह गेंद को बेहतर तरीके से मार रहे है और अगले मैचों में उनके बल्ले से बड़ी पारी देखकर कोई हैरानी नहीं होगी।
मैदान पर भारतीय टीम की फील्डिंग भी अच्छी रही है। पिछले दो वनडे को देखें तो भारत की गेंदबाजी भी बेहतर रही, जिसके कारण टीम को शानदार जीत मिली। उम्मीद है कि आने वाले मैचों में गेंदबाज यही लय बरकरार रखें।
दूसरी ओर, भारतीय स्पिनरों के सामने इंग्लैंड का मध्यक्रम एकदम असहाय नजर आ रहा है और एक-एक रन लेकर स्ट्राइक रोटेट नहीं करने से उनकी बल्लेबाजी पूरी तरह विफल रही। 24 ओवर में सिर्फ एक बाउंड्री लगना इस बात को साबित करता है। इंग्लिश टीम को कुछ अलग करने की जरूरत है। उसे मध्यक्रम में गैरी बैलेंस को उतरना चाहिए और बेन स्टोक्स की जगह मोइन अली को टीम में शामिल करना चाहिए। इंग्लैंड में यह सत्र का अंत है और बर्मिंघम की विकेट पर टर्न देखने को मिल सकता है, जिससे एलिस्टेयर कुक एंड कंपनी को दिक्कत हो सकती है। अगर उन्हें जीत दर्ज करनी है तो कुछ अलग करना होगा। इंग्लैंड के पास भारत को रोकने का एक विकल्प हरी पिच हो सकता है।