पंजाब के कुछ खिलाड़ी नहीं कर रहे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
इस सीजन में मुंबई इंडियंस ने जोस बटलर को खरीदकर समझदारी भरा काम किया।
(गावस्कर का कॉलम)
इस सीजन में मुंबई इंडियंस ने जोस बटलर को खरीदकर समझदारी भरा काम किया। इस इंग्लिश बल्लेबाज में अच्छी गेंद पर भी लंबे छक्के मारने की क्षमता है और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर केखिलाफ उन्होंने ठीक ऐसा ही किया। उनके साथ कीरोन पोलार्ड ने अपनी महंगी गेंदबाजी की भरपाई बल्लेबाजी से की। उनके एक महंगे ओवर की वजह से ही बेंगलूर की टीम सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच पाई थी। अपनी पारी के दौरान उन्होंने शांत व समझदारी से बल्लेबाजी की।
लक्ष्य का पीछा करते हुए बहुत कम मौकों पर विफल होने वाले रोहित शर्मा के आउट होने से मुंबई के ड्रेसिंग रूम में थोड़ी हलचल मच गई। लेकिन इस स्थिति से उबरने के लिए उनके पास बल्लेबाजी में गहराई थी। उनके पास बायें हाथ के बल्लेबाज कृणाल पांड्या थे, जो भरोसे पर खरे उतर रहे हैं और लगातार बल्ले व गेंद से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने एबी डीविलियर्स को ठीक उस समय आउट किया, जब वह खतरनाक दिख रहे थे। इसके लिए वह 'मैन ऑफ द मैच' के हकदार थे। कृणाल को बस यही समझने की जरूरत है कि वह अपने भाई हार्दिक वाली गलतियां न दोहराएं। गलतियों की वजह से हार्दिक टीम से अपना स्थान गंवाते जा रहे हैं।
बेंगलूर को हराकर मुंबई ने क्वालीफाइंग की तरफ एक बड़ा कदम उठाया है। हर मैच के साथ अंतिम चार स्थानों की दौड़ मुश्किल होती जा रही है। किंग्स इलेवन पंजाब बाहर हो चुकी है, क्योंकि उनके स्टार खिलाड़ी जरूरत के वक्त प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं। सच कहूं तो दूर से देखने पर ऐसा लगता है कि उनके कुछ खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे रहे हैं। हालांकि कोई भी खिलाड़ी फेल होना नहीं चाहता, लेकिन कभी-कभी कुछ खिलाडिय़ों को लगता है कि राष्ट्रीय टीम में जगह पक्की करने के बाद आइपीएल के प्रदर्शन से राष्ट्रीय टीम में उनके स्थान पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इसलिए वे थोड़े से लापरवाह हो जाते हैं। खुलकर खेलने और लापरवाही के बीच बहुत ही थोड़ा अंतर होता है। कई बार आक्रामक माने जाने वाले खिलाडिय़ों की लापरवाही सिर्फ इसलिए नहीं दिखती क्योंकि लोग मानते हैं कि वह आक्रामक हैं। पंजाब के नए कप्तान मुरली विजय अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन दूसरे खिलाडिय़ों से उन्हें साथ नहीं मिल रहा। बेंगलूर के हाथों एक रन से हारने के बाद अब उन पर अपनी टीम का मनोबल बढ़ाने की जिम्मेदारी है।
नए घरेलू मैदान में निश्चित तौर पर मुंबई की टीम फेवरेट है, लेकिन टी-20 में कोई भी टीम कभी भी हैरान कर सकती है। इसलिए लापरवाही से टीम को बचना होगा।