पिच पर निर्भर करेगा सीरीज का परिणाम
घरेलू धरती पर खेले गए आखिरी चार टेस्ट मैचों की तरह पिछला टेस्ट भी तीन दिन में ही खत्म हो गया। यह एक शानदार रिकॉर्ड है। लेकिन यह ध्यान देने वाली बात है कि दक्षिण अफ्रीका को उस ढंग से शर्मनाक हार नहीं मिली, जैसी कि वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया को
(मांजरेकर का कॉलम)
घरेलू धरती पर खेले गए आखिरी चार टेस्ट मैचों की तरह पिछला टेस्ट भी तीन दिन में ही खत्म हो गया। यह एक शानदार रिकॉर्ड है। लेकिन यह ध्यान देने वाली बात है कि दक्षिण अफ्रीका को उस ढंग से शर्मनाक हार नहीं मिली, जैसी कि वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया को झेलनी पड़ी थी। मोहाली में खेली गई चार पारियों में से 3 में दक्षिण अफ्रीका भारत के काफी करीब रहा। सिर्फ आखिरी पारी में ही वे पिच के टूटने से पहले ही बिखर गए।
हालांकि यह भी मानना पड़ेगा कि भारत भाग्यशाली रहा जो दूसरी पारी में हाशिम अमला और एबी डिविलियर्स जल्द आउट हो गए। बेंगलुरु में भी उन्हें ऐसी ही उम्मीद होगी। मैं शुरू से ही कहता रहा हूं कि सीरीज का परिणाम पिच पर निर्भर करेगा, अच्छी पिच पर दक्षिण अफ्रीका कड़ी टक्कर देगा और टर्निंग विकेट पर भारतीय टीम प्रबल दावेदार होगी। पहले टेस्ट में भारत ने अपनी क्षमता के अनुसार बल्लेबाजी नहीं की। इसी वजह से मैच तीन दिन में खत्म हो गया। अगर बेंगलुरु में भी भारत को टर्निंग विकेट मिलती है, तो उन्हें तेज गेंदबाज की जगह एक अतिरिक्त बल्लेबाज को टीम में शामिल करना चाहिए, इससे बल्लेबाजी में ज्यादा गहराई आएगी। भारतीय बल्लेबाज स्पिन को अच्छा नहीं खेल पा रहे हैं, इसलिए टीम में रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाज को शामिल करना सही फैसला होगा। रोहित स्पिन को अच्छे से खेलते हैं। इसके अलावा यह भी सही है कि तेज गेंदबाजी के खिलाफ हम उनकी बल्लेबाजी को भी मिस कर रहे हैं।