भरोसे पर खरे उतरे रोहित : गावस्कर
न्यूजीलैंड के खिलाफ विशाल जीत से भारत ने न सिर्फ सीरीज पर कब्जा किया, बल्कि आइसीसी टेस्ट रैंकिंग में भी पहला स्थान हासिल कर लिया।
(गावस्कर का कॉलम)
न्यूजीलैंड के खिलाफ विशाल जीत से भारत ने न सिर्फ सीरीज पर कब्जा किया, बल्कि आइसीसी टेस्ट रैंकिंग में भी पहला स्थान हासिल कर लिया। इंदौर की पिच ईडन गार्डेंस की तरह चुनौतीपूर्ण नहीं होगी, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने कीवी बल्लेबाजों पर जो शिकंजा कसा है, उससे बाहर निकलना उनके लिए मुश्किल होगा। मेहमान टीम को केन विलियमसन की भी कमी खली। उनके पास हर तरह की स्थिति में खेलने के लिए तकनीक के साथ धैर्य भी है।
हालांकि ईडन गार्डेंस की पिच पर उन्हें भी कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ता। टॉम लाथम ने अपनी मजबूत एप्रोच से दिखा दिया है कि वह न्यूजीलैंड के भविष्य के स्टार बल्लेबाज हैं। इस पिच पर भी उन्होंने हड़बड़ाहट में कोई शॉट नहीं खेला। उनकी बल्लेबाजी से दूसरे बल्लेबाजों को भी भी प्रेरणा लेनी चाहिए थी।
भारत रोहित शर्मा पर भरोसा जताकर खुश होगा। दूसरी पारी में शीर्षक्रम के लडख़ड़ाने के बाद उन्होंने पारी को संभाला। ऋद्धिमान साहा ने उनका भरपूर साथ दिया। दोनों ने मिलकर भारत के स्कोर को न्यूजीलैंड की पहुंच से बाहर कर दिया। भारतीय परिस्थितियों में रोहित किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ा सकते हैं। उनके शॉट से मैच जल्द ही न्यूजीलैंड से दूर हो गया। रोहित ने इसी मैदान में अपने पदार्पण मैच में शतक जड़ा था। वनडे में सबसे बड़ी 264 रनों की पारी भी उन्होंने इसी मैदान पर खेली थी। किसी भी खिलाड़ी से पूछिए निश्चित तौर पर कोई न कोई ऐसा मैदान होता है, जिस पर वह सहज महसूस करता है। रोहित के लिए ईडन ऐसा ही मैदान है।
भारतीय गेंदबाजों ने भी प्रभावी प्रदर्शन करते हुए चार गेंदबाजों की रणनीति को सही साबित किया। भुवनेश्वर और शमी ने अश्विन -जडेजा के लिए दरवाजे खोल दिए और भारत की फील्डिंग भी शीर्ष स्तरीय रही। इंदौर में क्लीन स्वीप से बचने के लिए न्यूजीलैंड को चमत्कार करना होगा।