इस दिग्गज ने की जडेजा को टीम से बाहर करने की मांग, पर क्यों?
यह मुकाबला भारत और दक्षिण अफ्रीका को ग्रुप 'बी' में से प्ले ऑफ में जाने का मौका दे सकता है।
(रवि शास्त्री का कॉलम)
सिर्फ किसी वजह के लिए गलतियों की ओर मत देखिए। भारत आठ गेंदबाजों के साथ नहीं खेल सकता था। उसका स्कोर बचाव करने लायक था, लेकिन सभी मैच जीते नहीं जा सकते हैं। एक युवा रोमांचक प्रतिभा ने डूबी हुई श्रीलंका को उबारा और उसके लिए तिनके का सहारा बनकर उसे किनारे पर ले गया।
तथ्य यह है कि श्रीलंका को लक्ष्य का पीछा करते हुए निडर होने की जरूरत है। उम्मीद छूटने पर किसी को भी जीवन के लिए संघर्ष करना होगा। किस्मत से श्रीलंका ने भारत के बनाए दबाव को तोड़ दिया। उम्मीद की जानी चाहिए कि उसके पंचिंग बैग के रूप में दिन खत्म हो गए हैं।
भारत के पास दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अभी भी कम से कम एक मौका है और यहां भारत को रवींद्र जडेजा की जगह रविचंद्रन अश्विन को लाने की जरूरत है। केदार जाधव के लिए तेज गेंदबाजों की तिकड़ी में से किसी एक को रास्ता बनाना होगा, जिसका मतलब पांड्या छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने आएंगे। दक्षिण अफ्रीका को स्पिनरों के खिलाफ ताजी चोट लगी है। निश्चित रूप से यह उनके घावों पर नमक की तरह होगा।
उम्मीद करता हूं कि विराट कोहली टॉस जीतेंगे। ओवल में टॉस बड़ी भूमिका निभा सकता है जहां उबाऊ पिच पर किसी भी स्कोर का पीछा किया जा सकता है। दक्षिण अफ्रीका का बल्लेबाजी क्रम ऐसा नहीं है जो दो बार फेल हो। एबी डिविलियर्स का रन बनाना बाकी है और वह किसी भी पल ऐसा कर सकते हैं। यह मुकाबला भारत और दक्षिण अफ्रीका को ग्रुप 'बी' में से प्ले ऑफ में जाने का मौका दे सकता है। रविवार को उनमें से एक टूर्नामेंट से बाहर हो जाएगा।
(टीसीएम)