फाइनल में भारत के खिलाफ अलग होगी पाकिस्तान टीम
भला किसने सोचा था कि ग्रुप चरण में अपने पहले ही मुकाबले में भारत के हाथों बड़ी हार झेलने के बाद पाकिस्तान की टीम चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल खेलेगी।
(गावस्कर का कॉलम)
भला किसने सोचा था कि ग्रुप चरण में अपने पहले ही मुकाबले में भारत के हाथों बड़ी हार झेलने के बाद पाकिस्तान की टीम चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल खेलेगी। मगर सरफराज अहमद की कप्तानी और भारत के मुकाबले के बाद के अन्य मैचों में टीम के समर्पित प्रदर्शन की वजह से ऐसा हुआ। फाइनल में अब ये अलग पाक टीम होगी। अब उनके पास शीर्ष क्रम में फखर जमां जैसे खिलाड़ी हैं जो शुरुआती दस ओवरों में मैच को विपक्षी टीम की पकड़ से दूर कर देते हैं। वह शुरुआत से ही आक्रमण करने में घबराते नहीं हैं। तकनीकी रूप से सशक्त अजहर अली के साथ वे ऐसा संयोजन बनाते हैं जो विपक्षी टीम के शुरुआती तेज गेंदबाजों को अधिक पसंद नहीं आता। हालांकि इन दोनों के अलावा पाकिस्तान की बल्लेबाजी उतनी असरदार नहीं रही है। भले ही बाबर आजम ने थोड़ा प्रभावशाली प्रदर्शन किया है। फिर अनुभवी शोएब मलिक और कप्तान सरफराज बल्लेबाजी को बांधने का काम करते हैं।
वास्तव में श्रीलंका के खिलाफ दिखाया गया उनका शांत रवैया ही था, जिसने पाक को सेमीफाइनल में पहुंचाया। सरफराज ने कप्तानी में भी प्रभावित किया है। उन्होंने चतुराई से गेंदबाजी में परिवर्तन किया और जिस तरह बीच के ओवरों में पाक के स्पिनर विपक्षी टीम को बांध देते हैं, वो काबिलेतारीफ है। उम्मीद के अनुसार अगर मुहम्मद आमिर लौटते हैं तो जुनैद खान और हसन अली के साथ यह तेज तिकड़ी जबर्दस्त होगी।
भारत के ओपनर शानदार लय में हैं और पिछले मैच में रोहित शर्मा का शतक तो लाजवाब रहा। शिखर धवन को आइसीसी टूर्नामेंट काफी पसंद आते हैं और कोहली भी क्रीज पर अच्छा समय बिता रहे हैं। एक बार फिर भारत को अपनी फील्डिंग को और दुरुस्त करने की जरूरत होगी। इसके लिए कोहली को डीप में तेजतर्रार फील्डर रखने होंगे। उम्मीद है कि भारत टीम में कोई बदलाव नहीं करेगा, लेकिन अगर मौसम में नमी रहती है तो फिर वह एक और तेज गेंदबाज को शामिल करने पर विचार कर सकता है।
टीम इंडिया निश्चित रूप से दावेदार के तौर पर शुरुआत करेगी, लेकिन वह बड़े मौके ही होते हैं, जहां कुछ खिलाड़ी अपने खेल का स्तर उठा लेते हैं और कुछ इसके दबाव का शिकार बन जाते हैं। देखना दिलचस्प होगा कि ओवल में कौन सी टीम न केवल अपने खेल का स्तर उठाती है, बल्कि ट्रॉफी भी साथ लेकर जाती है।