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वीवीएस लक्ष्मण ने इस भारतीय स्पिनर के बारे में कहा कि वो साधारण नहीं हैं

दूसरे टी 20 मैच में कृणाल पांड्या ने तीन विकेट लिए थे और मैन ऑफ द मैच बने थे।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sun, 10 Feb 2019 11:30 AM (IST)Updated: Sun, 10 Feb 2019 11:30 AM (IST)
वीवीएस लक्ष्मण ने इस भारतीय स्पिनर के बारे में कहा कि वो साधारण नहीं हैं
वीवीएस लक्ष्मण ने इस भारतीय स्पिनर के बारे में कहा कि वो साधारण नहीं हैं

वीवीएस लक्ष्मण का कॉलम :

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न्यूजीलैंड दौरे पर दूसरी बार भारत ने शानदार व्यक्तित्व दिखाते हुए हार के बाद जबरदस्त वापसी की। दूसरे टी-20 में गेंदबाजों ने जीत की नींव रखी और बाद में बल्लेबाजों ने शानदार खेल दिखाकर जीत दिलाई। पहले मैच से इतर ऑकलैंड में भारतीय तेज गेंदबाजों का आक्रामक अंदाज देखकर अच्छा लगा। टी-20 क्रिकेट बल्लेबाजों के खेल के तौर पर देखा जाता है। लगातार रन बनाने से ज्यादा विकेट लेना प्रभावी होता है और ऐसा ही शुक्रवार के मैच में देखने को मिला।

क्रुणाल पांड्या ने कमाल की गेंदबाजी की। वह एक साधारण से बायें हाथ के स्पिनर नहीं हैं जो बल्लेबाजों को हवा में परेशान करते हैं, लेकिन वह क्रीज का अच्छा उपयोग करते हैं। साथ ही वह गति परिवर्तन से भी बल्लेबाजों को परेशान करते हैं। कोलिन मुनरो और केन विलियमसन के विकेट दर्शाते हैं कि वह अपनी गेंदबाजी के बारे में कितना सोचते हैं। वह देख रहे थे कि मुनरो उनको ऑनसाइड पर खेल रहे हैं। वह तब राउंड द स्टंप से क्रीज में बाहर की ओर गए और उन्होंने ऑफ स्टंप के बाहर गेंद रखी, जिससे मुनरो ऑफ साइड में खेल सकें। केन बैकफुट पर खेलना पसंद करते हैं। ऐसे में क्रुणाल ने छोटी गेंद रखी। पिच से गेंद स्किट हुई और केन चूक गए। नतीजा रहा कि वह एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। मेरी नजर में क्रुणाल ऐसे ऑलराउंडर हैं जो नंबर पांच से नीचे तक कहीं भी बल्लेबाजी कर सकते हैं। वह गेंद के बेहद अच्छे स्ट्राइकर हैं और उन्होंने आइपीएल में अपनी बल्लेबाजी से कई मैच जिताए हैं और उनकी गेंदबाजी में सुधार एक अच्छा संकेत है। रोहित ने रनों का पीछा करते हुए बेहद अच्छी पारी खेली। उनकी बल्लेबाजी की खास बात यह है कि वह अच्छी गेंद पर भी प्रहार कर लेते हैं और इसमें कोई अचंभा नहीं है कि वह टी-20 क्रिकेट में शीर्ष रन स्कोरर कैसे हैं।

मैंने पहले टी-20 के बाद कई बदलाव देखे हैं, लेकिन यह देखकर अच्छा लगा कि टीम मैनेजमेंट नए खिलाडि़यों पर विश्वास जता रहा है। इससे नए खिलाडि़यों को सुरक्षा मिली और उनके अंदर खुद को साबित करने का आत्मविश्वास आया। ऐसा ही खलील अहमद ने गेंद के साथ और विजय शंकर, रिषभ पंत ने बल्ले के साथ किया। मैं सीरीज के फाइनल मुकाबले में पटाखों का इंतजार कर रहा हूं और आत्मविश्वास से भरा हूं कि रोहित और उनके लड़के न्यूजीलैंड में दोनों सीरीज घर लाने में कामयाब होंगे।


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