दक्षिण अफ्रीका दौरे पर कोहली का आकलन पूर्णत: सही: गावस्कर
भारतीय कप्तान इस दौरे को 80 फीसद प्रदर्शन के लिहाज से आंक रहे हैं।
[सुनील गावस्कर का कॉलम]
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने पूर्णत: सही कहा कि भारतीय टीम ने अपनी क्षमता का 80 फीसद प्रदर्शन ही किया है और जितना जल्दी हो उसे सौ प्रतिशत प्रदर्शन करना होगा। यह शानदार विचार है। दक्षिण अफ्रीका में हमें ऐसा देखने को मिला जब सीमित ओवर प्रारूप में विश्वास से भरी टीम इंडिया ने जब-जब जरूरत पड़ी, अपने खेल का स्तर उठाने में देर नहीं लगाई।
सीमित ओवरों की क्रिकेट सीरीज में भारतीय टीम के शीर्ष चार बल्लेबाजों ने इतना बेहतरीन प्रदर्शन किया कि निचले क्रम की जरूरत नहीं के बराबर पड़ी। गेंदबाजों ने दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों के रन रोक दिए और शुरुआत से लेकर अंत तक उन्हें शिकंजे में रखा। जब दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को लगा कि वे बीच के ओवरों में खुलकर खेल सकते हैं तो कलाई के दो स्पिनरों चहल और कुलदीप ने ऐसी गेंदबाजी की, जिससे मेजबान बल्लेबाज स्कूली क्रिकेटर जैसे नजर आए। इन दोनों गेंदबाजों का विश्वास निश्चित रूप से भविष्य में भारत के लिए कई मैच जीतेगा। वह भी न केवल वनडे क्रिकेट में बल्कि टेस्ट प्रारूप में भी।
यहां सिर्फ टेस्ट सीरीज में टीम की हार रडार पर है, लेकिन वहां भी भारतीय हारे हुए दोनों टेस्ट की तीन पारियों तक मुकाबले में बने रहे। इन दोनों टेस्ट की चौथी पारी में रहाणे की गैरमौजूदगी में नजर आई मध्यक्रम की कमजोरी का खामियाजा टीम को भुगतना पड़ा। इन पारियों में विराट कोहली की विफलता ने भी बड़ा अंतर पैदा किया।
भारतीय टीम इससे पहले दक्षिण अफ्रीका में कोई सीरीज नहीं जीती थी। ऐसे में सीमित ओवर की सीरीज जीतकर कोहली और उनकी टीम यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय टीम बनी। अगर टीम टेस्ट सीरीज जीतने में भी सफल रहती तो यह भारतीय क्रिकेट इतिहास में मील का पत्थर होता। यही वजह है कि भारतीय कप्तान इस दौरे को 80 फीसद प्रदर्शन के लिहाज से आंक रहे हैं।