प्रतिभा, फिटनेस और तेज दिमाग का मिश्रण हैं कोहली
विराट कोहली ने सभी के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। गेंदबाजों के लिए वह एक बुरे सपने की तरह हैं। उनकी काट गेंदबाजों के पास नहीं है। फैंस अब जश्न मनाने के नए-नए तरीके नहीं खोज पा रहे हैं। यहां तक कि क्रिकेट पंडितों के पास इस वन-मैन आर्मी की
(के श्रीकांत का कॉलम)
विराट कोहली ने सभी के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। गेंदबाजों के लिए वह एक बुरे सपने की तरह हैं। उनकी काट गेंदबाजों के पास नहीं है। फैंस अब जश्न मनाने के नए-नए तरीके नहीं खोज पा रहे हैं। यहां तक कि क्रिकेट पंडितों के पास इस वन-मैन आर्मी की प्रशंसा करने के लिए विशेषणों की कमी पड़ने लगी है।
हम सभी जानते हैं कि कोहली मुश्किल से मुश्किल लक्ष्य का पीछा करने में माहिर हैं। लेकिन एक बेहद दबाव वाले मैच में धैर्य और आत्मविश्वास से भरी पारी उनकी मानसिक दृढ़ता दर्शाती है। भारत के इस स्टाइलिश बल्लेबाज में प्रतिभा, फिटनेस और तेज दिमाग का सटीक मिश्रण देखने को मिलता है।
मोहाली की विकेट बल्लेबाजी के लिए आसान नहीं थी। फिर भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर विराट हावी रहे। लक्ष्य तक पहुंचने की उनकी रणनीति में कुछ भी अटपटा नहीं था। सब कुछ नपा तुला था। उन्होंने सोची समझी योजना के तहत लक्ष्य को हासिल किया। जिस प्रकार से कोहली ने दौड़कर रन हासिल किए वह उनकी बेहतरीन क्रिकेटिंग बुद्धिमता दिखाता है।
एमएस धौनी और युवराज सिंह के साथ की गई कोहली की दोनों साझेदारी अपने आप में महत्वपूर्ण थीं। कोहली को इस बात का श्रेय जाता है कि उन्होंने आखिरी ओवर तक का इंतजार नहीं किया और 18वें व 19वें ओवर में ही धावा बोल दिया। इससे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी आक्रमण की कमियां भी उजागर हुईं। जबकि कोहली की पारी से एक बार फिर भारतीय शीर्ष क्रम के खराब प्रदर्शन पर पर्दा पड़ गया। श्रेय भारतीय गेंदबाजों को भी जाता है, जिन्होंने कंगारुओं की विस्फोटक बल्लेबाजी पर अंकुश लगाया। आशीष नेहरा और रवींद्र जडेजा ने सधी गेंदबाजी की। धौनी भी गेंदबाजों को लगातार रोटेट करते रहे। जिससे बल्लेबाजों को योजना बनाने में मुश्किल हुई।
कोहली की असाधारण पारी के आगे एक पल के लिए हम भूल ही गए कि अभी टी-20 विश्व कप में सेमीफाइनल मैच खेले जाने हैं। इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच रोचक भिड़ंत देखने को मिलेगी। लेकिन कीवी टीम का पलड़ा थोड़ा भारी नजर आता है। हालांकि इंग्लैंड के पास भी पावरपैक बल्लेबाजी क्रम है। लेकिन कोटला की विकेट और न्यूजीलैंड के स्पिनरों का प्रदर्शन देखते हुए मैं इसी टीम पर दांव लगाना चाहूंगा। उम्मीद करते हैं कि बेहतर टीम जीतेगी।
(टीसीएम)