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सफेद की तुलना में लाल गेंद को खेलना मुश्किल

क्रिकेट का खेल भी बहुत अजीब है। कभी तो बल्लेबाज एक-एक रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहा होता है, तो कभी सारी गेंद उसके बल्ले के बीचोंबीच आने लगती है।

By sanjay savernEdited By: Published: Sat, 03 Sep 2016 06:16 PM (IST)Updated: Sat, 03 Sep 2016 06:21 PM (IST)
सफेद की तुलना में लाल गेंद को खेलना मुश्किल

(गावस्कर का कॉलम)

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क्रिकेट का खेल भी बहुत अजीब है। कभी तो बल्लेबाज एक-एक रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहा होता है, तो कभी सारी गेंद उसके बल्ले के बीचोंबीच आने लगती है। जिन शॉट को बल्लेबाज बेहद आसानी से खेलते थे, अचानक से चूकने लगते हैं। इंग्लैंड के एलेक्स हेल्स के लिए यह सत्र बहुत खास नहीं गया। वह एक आक्रामक बल्लेबाज हैं, जिनके लिए लाल गेंद की तुलना में सफेद गेंद को खेलना मुश्किल हुआ। सीमित ओवरों के बहुत से चैंपियन टेस्ट क्रिकेट में संघर्ष करते दिखते हैं। इसका मुख्य कारण लाल गेंद ही है। यह सफेद गेंद की तुलना में ज्यादा स्विंग करती है। सफेद गेंद बहुत ही जल्दी अपनी चमक और सीम खो देती है। इस वजह से उसे हवा या पिच से कम मदद मिलती है। बल्लेबाज के लिए बिना किसी चिंता के गेंद की लाइन में आकर उसे खेलना बहुत आसान हो जाता है, जबकि लाल गेंद के साथ ऐसा नहीं होता।

गेंदबाजों को भी सफेद गेंद से बहुत ज्यादा मदद नहीं मिलती, इसलिए वे भी सीमित ओवरों के क्रिकेट में संघर्ष करते दिखते हैं। यहां बल्लेबाजों के पास पहली ही गेंद से अपने हाथ खोलने की छूट होती है। हेल्स भी सीमित ओवरों के अन्य दादा जैसे हैं। वह टेस्ट के लिए अपने बल्ले की स्पीड और फुटवर्क में बदलाव नहीं कर पाए हैं। टेस्ट क्रिकेट के बल्लेबाज को टिकने के लिए और पिच बाउंस को समझने के लिए थोड़ा समय चाहिए होता है। इंग्लैंड ने खेल के तीनों प्रारूपों के लिए उन पर विश्वास जताया है। सीमित ओवरों के लिए उनकी बल्लेबाजी नेचुरल है। इंग्लैंड को उम्मीद है कि टेस्ट क्रिकेट में भी इससे उन्हें फायदा मिलेगा। कप्तान एलिस्टेयर कुक की मजबूत एप्रोच के साथ उनका तालमेल अच्छा रहेगा।

पाकिस्तान के खिलाफ शुरुआती वनडे मैचों में कुछ खास नहीं कर पाने के बाद हेल्स ने धुआंधार पारी खेलकर इंग्लैंड को रिकॉर्ड स्कोर तक पहुंचाया। जो रूट, जोस बटलर और कप्तान इयान मोर्गन ने भी अपना योगदान दिया। इंग्लैंड ने 444 रन बनाकर श्रीलंका के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। तीनों टेस्ट मैचों में हराने के बाद श्रीलंकाई टीम वनडे सीरीज में संघर्ष करती दिख रही है। उनके बल्लेबाज रन बनाने में नाकाम साबित हो रहे हैं, जिस वजह से ऑस्ट्रेलिया को जीत हासिल करने में कोई दिक्कत नहीं हो रही। जॉन हेस्टिंग्स ने शानदार गेंदबाजी से श्रीलंका को बड़ा स्कोर बनाने से रोका और अपनी टीम को एक आसान लक्ष्य दिया। दक्षिण अफ्रीका के महानतम तेज गेंदबाजों में से एक डेल स्टेन ने चोट के बाद शानदार वापसी कर टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। हेल्स, हेस्टिंग्स और स्टेन संयुक्त रूप से इस हफ्ते के सिएट इंटरनेशनल क्रिकेटर ऑफ द वीक हैं।

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