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टीम इंडिया के गेंदबाजों की फिटनेस चिंता का विषय: गावस्कर

बाउंसर को न संभाल पाने की कमी के चलते टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में जगह नहीं बना पाई। इस त्रिकोणीय सीरीज ने भारत और इंग्लैंड को विश्व कप से पहले यहां की परिस्थितियों से वाकिफ होने का बेहतरीन मौका दिया। इन मैचों से जहां इंग्लैंड ने

By sanjay savernEdited By: Published: Sat, 31 Jan 2015 06:10 PM (IST)Updated: Sat, 31 Jan 2015 06:13 PM (IST)
टीम इंडिया के गेंदबाजों की फिटनेस चिंता का विषय: गावस्कर

(गावस्कर का कॉलम)

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बाउंसर को न संभाल पाने की कमी के चलते टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में जगह नहीं बना पाई। इस त्रिकोणीय सीरीज ने भारत और इंग्लैंड को विश्व कप से पहले यहां की परिस्थितियों से वाकिफ होने का बेहतरीन मौका दिया। इन मैचों से जहां इंग्लैंड ने कुछ हद तक लय हासिल की, वहीं मौजूदा चैंपियन टीम इंडिया अभी भी संयोजन को लेकर संघर्ष करती दिखी। बल्लेबाजी से ज्यादा चिंता गेंदबाजी की है। टीम इंडिया का आक्रमण गेंदबाजों की चोट पर निर्भर करेगा। कोई नहीं जानता कि इशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार की चोट कितनी गंभीर है, हालांकि उम्मीद है कि त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में न पहुंचने से टीम को जो लंबा ब्रेक मिला है, इसके बाद वे फिट होकर लौटैंगे।

उधर श्रीलंकाई टीम को भी न्यूजीलैंड में सात वनडे मैच खेलने का मौका मिला। जिससे उन्हें बहुमूल्य अनुभव हासिल हुआ। हालांकि उन्हें सीरीज में हार मिली, लेकिन यह उनके लिए कई मायनों में फायदेमंद रही। उप महाद्बीप से आने वालों के लिए सबसे बड़ा प्लस प्वाइंट वहां के समय के अनुरूप ढलना रहता है। लोग अक्सर इसे बेहद कम करके आंकते हैं, लेकिन जिस देश में आप खेल रहे हैं, वहां के अनुसार आपकी बॉडी क्लॉक का ढलना बेहद जरूरी होता है। श्रीलंका ने आखिरी वनडे मैच जीतकर हार के सिलसिले को खत्म किया, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा होगा। उनके बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन उनकी गेंदबाजी चिंता का विषय है। वे लसिथ मलिंगा की जल्द से जल्द वापसी की उम्मीद कर रहे होंगे।

न्यूजीलैंड के लिए पिछला एक साल बेहद शानदार बीता, उनकी टीम ने न सिर्फ टेस्ट मैच, बल्कि वनडे मैचों में भी जीत हासिल की। ब्रेंडन मैकुलम के नेतृत्व में उनकी टीम एकजुट दिख रही है। खुद मैकुलम भी असाधारण पारियां खेल रहे हैं और आगे बढ़कर नेतृत्व कर रहे हैं। इस विश्व कप में निश्चित तौर पर न्यूजीलैंड की टीम पर सभी की निगाहें रहेंगी। उनके बल्लेबाज शानदार फॉर्म में हैं। विलियमसन ने दिखा दिया है कि आखिर क्यों उन्हें बड़ा बल्लेबाज माना जा रहा है। ल्यूक रोंची भी टीम में अच्छी तरह से फिट हो गए हैं। वह निचले क्रम पर विध्वंसक बल्लेबाजी करने में सक्षम हैं। उनकी विकेटकीपिंग भी लगातार सुधरती जा रही है, इसलिए अब वह न्यूजीलैंड के विश्व कप जीतने के सपने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।

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