पहले नहीं दिखी थी बेंगलूर की बल्लेबाजी में ये कमियां
अब वे सभी टीमें जिन्हें बेंगलूर के खिलाफ खेलना है ऐसी पिचें तैयार करेंगी जिस पर थोड़ा मूवमेंट और उछाल हो।
(सुनील गावस्कर का कॉलम)
ऐसे में जबकि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर का चैलेंज दम तोड़ता नजर आ रहा है, अपने घरेलू मैदान पर शनिवार को राइजिंग पुणे सुपरजाइंट के पास अंक तालिका में अपनी स्थिति मजबूत करने का मौका है। पुणे को पिछले मैच में कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ मिली करारी हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, यह देखना हैरान करने वाला रहा कि जबरदस्त मजबूत बल्लेबाजी वाली रॉयल चैलेंजर्स की टीम बेंगलूर की पिचों पर बिल्कुल भी लय में नहीं आ सकी। लगातार दूसरे मैच में हमें ऐसा देखने को मिला कि जैसे ही गेंद ने पिच पर थोड़ी हरकत करनी शुरू की, वैसे ही बेंगलूर के बल्लेबाजों की कमियां सामने आ गईं, जो इससे पहले तक नजर नहीं आईं थीं। अब वे सभी टीमें जिन्हें बेंगलूर के खिलाफ खेलना है ऐसी पिचें तैयार करेंगी जिस पर थोड़ा मूवमेंट और उछाल हो ताकि बेंगलूर की मजबूत बल्लेबाजी को बांधकर रखा जा सके।
बेशक क्रिकेट में योजना हमेशा काम नहीं आती। पुणे की टीम भी इस अहसास से गुजर चुकी है। उन्होंने सोचा होगा कि कोलकाता के खिलाफ उन्होंने जो स्कोर बनाया, वो काफी साबित होगा। मगर कोलकाता की टीम इस समय जिस लय और आत्मविश्वास में दिख रही है, उसके लिए कोई भी लक्ष्य बड़ा नजर नहीं आ रहा है। उथप्पा उसी तरह बल्लेबाजी करते नजर आ रहे हैं, जैसी कि वह कुछ साल पहले करते थे। तब वह हर गेंद को अधिक से अधिक दूर भेजने का प्रयास करते थे। साथ ही गंभीर के भी लय में होने से कोलकाता को जबरदस्त शुरुआत मिल रही है।
आज वाले मुकाबलों में महाराष्ट्र की टीमें जीत की पटरी पर लौटने के लिए उतरेंगी। मगर पुणे की तुलना में मुंबई के लिए यह काम थोड़ा मुश्किल नजर आ रहा है।
(पीएमजी)