सीमित ओवरों के क्रिकेट में बाउंड्री बड़ी होनी चाहिए
कार्लोस ब्रैथवेट ने कोलकाता के ईडन गार्डंस में टी-20 विश्व कप क्रिकेट में शानदार छक्के जड़कर वेस्टइंडीज के लिए इंग्लैंड के जबड़े से जीत छीन ली। पिछले मैच में इंग्लिश गेंदबाज बेन स्टोक्स में आखिरी ओवर अच्छा डाला था, लेकिन ब्रैथवेट ने फाइनल में आखिरी ओवर की चारों गेंदों पर
सुनील गावस्कर का कॉलम
कार्लोस ब्रैथवेट ने कोलकाता के ईडन गार्डंस में टी-20 विश्व कप क्रिकेट में शानदार छक्के जड़कर वेस्टइंडीज के लिए इंग्लैंड के जबड़े से जीत छीन ली।
पिछले मैच में इंग्लिश गेंदबाज बेन स्टोक्स में आखिरी ओवर अच्छा डाला था, लेकिन ब्रैथवेट ने फाइनल में आखिरी ओवर की चारों गेंदों पर छक्के जड़कर मैच खत्म कर दिया। स्टोक्स को समझ ही नहीं आया कि आखिर ये क्या हुआ। यहां तक कि मिस हिट पर भी छक्का जा रहा था।
इसे ब्रैथवेट की ताकत का पता चलता है, लेकिन इससे सीमित ओवरों के क्रिकेट में बाउंड्री की साइज बढ़ाने की चर्चा को भी बल मिलता है। जिस ढंग से बल्लेबाज इन दिनों शक्तिशाली होते जा रहे हैं, उसे देखते हुए गेंदबाजों को ज्यादा सुरक्षा की जरूरत है। उन्हें एक से ज्यादा बाउंसर करने की इजाजत मिलनी चाहिए।
कंधे के ऊपर की गेंद को वाइड करार दिए जाने के नियम पर फिर से विचार होना चाहिए। स्टम्प से लेग साइड पर टर्न होने वाली गेंद को भी वाइड करार नहीं दिए जाने पर विचार हो सकता है।
इसमें कोई हैरानी की बात नहीं है कि सीएट इंटरनेशनल क्रिकेटर ऑफ द वीक की दौड़ में गेंदबाजों के नाम कम ही होते हैं। इस सप्ताह भी यह सम्मान एक बल्लेबाज जो रूट को जाता है।