टीम इंडिया को नींद से जगाने वाली है यह बड़ी हार
जो पिच घरेलू टीम को जिताने के लिए बनाई गई थी, उस पर भारतीय टीम 74 ओवर के भीतर दो बार आउट हो गई।
By Sanjay SavernEdited By: Published: Sat, 25 Feb 2017 06:05 PM (IST)Updated: Sun, 26 Feb 2017 09:26 AM (IST)
(हर्षा भोगले का कॉलम)
मुझे हमेशा लगता है कि खेल भी शब्दों की तरह ही होते हैं, लेकिन जब स्थिति पुणे जैसी कड़ी हो तो, तो शब्द उतने अहम नहीं रहते। जो पिच घरेलू टीम को जिताने के लिए बनाई गई थी, उस पर भारतीय टीम 74 ओवर के भीतर दो बार आउट हो गई। मतलब भारतीय टीम एक दिन के खेल में दो बार आउट हो गई, उस पर भी एक घंटे का समय बच गया। हां यह हार इतनी ही कड़ी है।
इसी पिच पर ऑस्ट्रेलिया ने ज्यादा बेहतर समझे जाने वाले गेंदबाजों का 182 ओवर तक सामना किया। यह कहना आसान है कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाडिय़ों ने ज्यादा प्रतिबद्धता, जज्बा आदि दिखाया, लेकिन इतने बरसों में मैंने जाना है कि दूर बैठकर चीजों को समझना काफी मुश्किल होता है। मगर यह साफ है कि भारतीय टीम ने हर मामले में ठीक वैसे ही बाजी गंवाई, जैसे एक मुक्केबाज को अनजान विपक्षी अचानक से चौंका देता है और दूसरे ही राउंड में उसे चारों खाने चित कर देता है।
जब आप लगातार जीत रहे होते हो, तो कभी-कभी आप पहले से ही परिणाम के बारे में सोचने लगते हैं। आत्मविश्वास और अति-आत्मविश्वास के बीच बहुत ही मामूली सा अंतर होता है। ऐसा नहीं है कि भारतीय टीम दंभ या घमंड में चूर थी, लेकिन जब आप लंबे समय से अच्छा कर रहे होते हैं, तो आपको लगने लगता है कि यह सुहाना सफर जारी रहेगा। इसी वजह से कभी-कभी हार बुरी चीज नहीं होती है। यह हार नींद से जगाने वाली है और जहां तक मेरा अनुभव है अच्छी टीमें मजबूत ढंग से वापसी करती हैं और भारतीय टीम एक अच्छी टीम है। इसी वजह से एडम गिलक्रिस्ट ने उनसे कहा है कि इस जीत का जमकर जश्न मनाओ, लेकिन अगले दिन से कड़ी तैयारियों में जुट जाओ। कल्पना कीजिए इस समय स्टीवन ओकीफी कैसा महसूस कर रहे होंगे। उनकी उम्र 30 पार है, बहुत ज्यादा मौके नहीं मिले, उस पर भी श्रीलंका में चोटिल हो गए और अब अचानक से यह सब हो गया। ये दो दिन अब कभी वापस नहीं आएंगे, लेकिन इससे उन्हें एक अच्छे खिलाड़ी के तौर पर लंबे समय तक सम्मान मिलता रहेगा। ऐसी ही कहानियां खेल को ज्यादा दर्शनीय बनाती हैं। कोई भी इस बात पर अंसतोष जाहिर नहीं करेगा कि स्टीव स्मिथ ने मैच को बदलने वाली पारी खेली। दुनियाभर में शानदार प्रदर्शन करने वाले इस खिलाड़ी का आदर और बढ़ गया है। जब मुश्किल स्थिति होती है, तो असली चैंपियन इसकी परवाह नहीं करते, क्योंकि इससे उन्हें खुद को साबित करने का मौका मिलता है। मुझे उम्मीद है कि भारतीय टीम मजबूती से वापसी करेगी और ऑस्ट्रेलिया इससे सावधान रहेगी।
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