पिच को लेकर शास्त्री की मांग जायज
रवि शास्त्री की बात से मैं पूरी तरह सहमत हूं कि घरेलू टीम के मुताबिक पिच मिलनी चाहिए। इसको लेकर दिए गए शास्त्री के बयान को मैं उचित और सामान्य टिप्पणी के तौर पर देखता हूं। घर का लाभ इसलिए भी जरूरी है कि आपको अपनी क्षमता के अनुसार खेलना
(वसीम अकरम का कॉलम)
रवि शास्त्री की बात से मैं पूरी तरह सहमत हूं कि घरेलू टीम के मुताबिक पिच मिलनी चाहिए। इसको लेकर दिए गए शास्त्री के बयान को मैं उचित और सामान्य टिप्पणी के तौर पर देखता हूं। घर का लाभ इसलिए भी जरूरी है कि आपको अपनी क्षमता के अनुसार खेलना है।
हालांकि यह बहुत ज्यादा टर्निग विकेट न होकर, बल्कि थोड़ी सूखी और स्पिनरों के लिए मददगार होनी चाहिए। मैं मुंबई जैसी फ्लैट पिच की बात नहीं कर रहा, जिस पर दक्षिण अफ्रीका ने चार सौ से अधिक का विशाल स्कोर खड़ा किया था। जब आप घर में खेल रहे होते हैं तो यह मांग जायज होती है। शास्त्री भारतीय टीम के निदेशक हैं और उनका मन मुताबिक विकेट के लिए मांग करना उचित है। मुझे पता है कि मन मुताबिक पिच की मांग करने पर शास्त्री की आलोचना भी हुई, लेकिन जब हम दक्षिण अफ्रीका या ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों का दौरा करते हैं तो हमें हरी पिच मिलती है, जिस पर गेंद बहुत कम टर्न करती है। इसी तरह से जब हम घर में खेल रहे हैं तो पिच भी हमारे अनुरूप होनी चाहिए। अगर शास्त्री घरेलू टीम के लिहाज से मददगार पिच की मांग करते हैं तो इस पर बेवजह शोर मचना शुरू हो जाता है।
अभी हमने वनडे सीरीज देखी, जो भारतीय टीम को अफ्रीकी टीम के हाथों गंवानी पड़ी। टेस्ट सीरीज अलग गेंद से अलग ढंग से खेली जाती है। यदि आखिरी मैच को छोड़ दें तो भारतीय टीम ने शुरुआती चार मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया था। आमतौर पर मोहाली की विकेट पर घास होती है जिसकी वजह से वह चौथे और पांचवें दिन तक तेज टर्न करने लगती है। मैं समझता हूं कि यह अच्छी पिच होगी।
दक्षिण अफ्रीका एक मजबूत टीम है, जिनके पास 140 किमी की रफ्तार से गेंद फेंक सकने वाले गेंदबाज हैं, जो भारतीय बल्लेबाजों के लिए असली परीक्षा होगी। उमेश यादव और वरुण एरोन को आगे आना होगा और उन्हें अपनी लाइन और लेंथ को नियंत्रित करने की जरूरत है। अगर वे ऐसा करने में असफल होते हैं तो अफ्रीकी बल्लेबाजों पर दबाव बना पाना मुश्किल होगा। इशांत का निलंबन भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण के लिए बड़ा झटका है। अश्विन को मेरी यही सलाह है कि वह पूरी तरह फिट होने के बाद ही मैदान पर उतरें। वहीं, विराट कोहली के लिए बतौर कप्तान यह सीरीज बहुत महत्वपूर्ण होगी।
(टीसीएम)