EXCLUSIVE: World Cup 2019 भारत-पाकिस्तान भिड़ंत कभी आम नहीं होती : दिलीप वेंगसरकर
World Cup 2019 वेंगसरकर ने कहा कि वो टीम इंडिया को सेमीफाइनल में तो निश्चित तौर पर देखते हैं।
World Cup 2019: वैसे तो विश्व कप के सभी मुकाबले खास होते हैं, लेकिन भारत और पाकिस्तान के विश्व कप मुकाबले को लेकर दोनों देशों के खेल प्रेमियों में अलग ही उत्साह रहता है। हालांकि, भारत और पाकिस्तान के क्रिकेटर अक्सर अपने से दबाव हटाने के लिए दोनों देशों की क्रिकेट भिड़ंत को एक आम मैच की संज्ञा देते रहते हैं। भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज दिलीप वेंगसरकर के मुताबिक इन दोनों देशों की भिड़ंत कोकभी भी आम मुकाबलों की तरह नहीं लिया जा सकता। विश्व कप में भारत की तैयारियों और संभावनाओं पर दिलीप वेंगसरकर से अभिषेक त्रिपाठी ने खास बात की। पेश है उस बातचीत के प्रमुख अंश :
-इंग्लैंड में आपका प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। इंग्लैंड में होने जा रहे विश्व कप में आप भारत को कैसे देख रहे हैं?
-भारत के पास एक अच्छी अनुभवी टीम है। पिछले साल भी भारत ने जब इंग्लैंड का दौरा किया था तब भी करीब-करीब सभी मैच नजदीकी रहे थे। भारतीय टीम बहुत अच्छी है और उसके पास क्षमता है। मुझे लगता है कि भारत को कम से कम सेमीफाइनल तक जाना चाहिए। सेमीफाइनल में उस निश्चित दिन के उसके प्रदर्शन पर निर्भर करेगा कि भारत कहां तक जाएगा।
-इस बार राउंड रॉबिन के आधार पर शुरुआती चरण में हर टीम को दूसरी टीम से भिड़ना है। इसके बारे में आप क्या कहेंगे?
-यह एक ऐसा प्रारूप है जिसमें सभी को बराबर मौके मिलेंगे, जो एक अच्छी बात है। क्योंकि किसी भी बड़ी टीम के लिए एक खराब दिन हो सकता है, लेकिन इस प्रारूप की वजह से उस टीम के पास वापसी करने का मौका मिलेगा। यह सभी के लिए फायदेमंद प्रारूप है।
-इंग्लैंड में आपने लंबे समय तक खेलने का लुत्फ उठाया है। ऐसे में वहां की विकेट को लेकर आपकी क्या राय है?
-इंग्लैंड में विकेट का मिजाज वहां के मौसम पर बहुत कुछ निर्भर करता है। मैंने सुना है कि इस बार वहां काफी गर्मी पड़ने वाली है। ऐसे में अगर ज्यादा गर्मी पड़ती है तो वहां बल्लेबाजी करना आसान होगा। स्पिनरों की भी भूमिका बढ़ सकती है। ऐसे में हमें दो स्पिनरों को एक साथ खिलाना चाहिए। हमारे बल्लेबाजों के लिए भी यह अच्छा होगा।
-भारत 1983 और 2011 में विश्व चैंपियन बना और इस बार भी उसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है। आपके हिसाब से इस बार किस टीम का पलड़ा ज्यादा भारी रहेगा?
-1983 में ज्यादा ऑलराउंडर थे और तब इंग्लैंड का माहौल भी हमें रास आया था। अगर अभी आप देखें तो इंग्लैंड की टीम बहुत अच्छी है। इंग्लैंड को अपने घरेलू मैदान पर खेलने का लाभ भी मिलेगा। ऑस्ट्रेलिया की टीम भी अच्छी है, क्योंकि स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर टीम में वापस आ गए हैं। तीसरे स्थान पर मैं भारत को रखूंगा, लेकिन देखना होगा कि टीम वहां इस बार कैसा प्रदर्शन करती है।
-पिछले साल इंग्लैंड में जब भारत चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में हारा था तब विराट कोहली ने कहा था कि इसे एक आम मैच की तरह लिया जाना चाहिए। क्या सही में भारत-पाक मुकाबले को आम मैचों की तरह लेना चाहिए?
-नहीं। मुझे नहीं लगता कि भारत और पाकिस्तान के मुकाबलों को केवल एक आम मैच की तरह लेना चाहिए। इन दोनों देशों के बीच मुकाबला एक आम मैच से ज्यादा मायने रखता है। मुझे लगता है कि चैंपियंस ट्रॉफी में भारत का वह एक खराब दिन था।
-जब आप इंग्लैंड जाते थे तो आप किस रणनीति के साथ खेलते थे कि आप आसानी से रन बना लेते थे?
-कोई खास रणनीति नहीं रहती थी क्योंकि मैंने पहले भी कहा कि इंग्लैंड में खेलना वहां के मौसम पर बहुत कुछ निर्भर करता है। जब आसमान में बादल छाये रहते हैं तो गेंद वहां काफी घूमती है। ऐसे में आपको परिस्थितियों के हिसाब से बल्लेबाजी करनी होती है। अगर दिन अच्छा है तो आपको उसका फायदा उठाना चाहिए। आपको अपने शॉट्स खेलने चाहिए, लेकिन ध्यान भी रखना चाहिए। इंग्लैंड में मौसम के हिसाब से आपको अपनी बल्लेबाजी को ढालना पड़ता है। ऐसे में हमारी टीम जितनी जल्दी वहां की परिस्थितियों से अवगत हो जाएगी, उतना ही हमें फायदा मिलेगा।
-यह विश्व कप यूरोप में हो रहा है। आप भी यूरो टी-20 स्लैम के जरिये इस लीग को यूरोप में प्रमोट कर रहे हैं। यूरोप में क्रिकेट के भविष्य को लेकर क्या कहेंगे?
-यूरोप के युवा खिलाडि़यों को इस लीग के जरिये दुनिया के कई नामी खिलाडि़यों के साथ खेलने का मौका मिलेगा, जो उनके लिए एक बड़ा अनुभव होगा। क्रिकेट की बारीकियां 22 गज की पिच पर ही उतर के सीखी जा सकती हैं। यह लीग अगस्त में हो रही है, जब विश्व क्रिकेट में कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं हो रहा होगा। ऐसे में दुनिया के नामी क्रिकेटर इस लीग में आसानी से जुड़ सकते हैं।
-विश्व कप में खेलने जा रही भारतीय टीम के बारे में आप क्या कहेंगे। खासतौर से चौथे नंबर को लेकर आपकी क्या राय है क्योंकि इसको लेकर काफी समय से चर्चा हो रही थी?
-मुझे नहीं पता कि भारतीय टीम का थिंक टैंक क्या सोचता है। उन्होंने एक मिक्स्ड टीम का चयन किया है। मुझे नहीं पता कि वे चौथे नंबर पर किसे खिलाएंगे, लेकिन इस क्रम पर केएल राहुल भी खेल सकते हैं और विराट कोहली भी उतर सकते हैं।
-1983 में कपिल देव और 2011 में महेंद्र सिंह धौनी विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के कप्तान थे। इस बार विराट कोहली टीम की कमान संभाल रहे हैं। इन तीनों को आप कैसे देखते हैं?
-देखिए, 1983 में हम खिताब के प्रबल दावेदार नहीं थे, लेकिन एक टीम के तौर पर हमने अच्छा प्रदर्शन किया। कपिल देव ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। 2011 में धौनी की टीम खिताब की दावेदार थी और उसने खिताब भी जीता। 2019 विश्व कप में विराट कोहली की अगुआई में भारतीय टीम भी खिताब की प्रबल दावेदारों में शामिल है। मैं विराट की टीम के सेमीफाइनल तक पहुंचने की उम्मीद कर रहा हूं और फिर देखते हैं कि उसके बाद हम कैसा खेलते हैं।
-आपके हिसाब से भारत का सर्वश्रेष्ठ कप्तान कौन रहा है?
-मेरे हिसाब से सब अपने तरीके से अच्छे हैं। आप किसी एक को सर्वश्रेष्ठ करार नहीं दे सकते हैं।
-इंग्लैंड से जुड़ी आपकी सबसे अच्छी याद कौन सी है?
-1983 में विश्व कप जीतना मेरे लिए वहां की सबसे अच्छी और सुनहरी याद है। हमने 1986 में इंग्लैंड को टेस्ट सीरीज में 2-0 से हराया, जहां मुझे मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज भी चुना गया था। वह भी वहां से जुड़ी मेरे लिए सबसे खास यादों में से एक है।
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