इस वजह से चैंपियंस ट्रॉफी में नहीं दिखेगा भारतीय क्रिकेट टीम का जलवा!
चैंपियंस ट्रॉफी से नदारद रह सकती है भारतीय टीम। ये टूर्नामेंट अगले साल 1 से 18 जून तक इंग्लैंड में खेला जाना है।
नई दिल्ली। ऐसा हो सकता है कि अगले साल इंग्लैंड में खेली जानी वाली चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम दिखाई ना दे। दरअसल इन दिनों भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) और आइसीसी के बीच संबंध काफी तनावपूर्ण है। इसकी वजह है कि पाकिस्तान के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलने पर आइसीसी ने भारतीय महिला टीम के 6 अंक कम कर दिए। इस कार्रवाई के चलते बीसीसीआइ और आईसीसी के संबंध बहुत खराब हो गए है। अब ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि आइसीसी के इस कदम के विरोध स्वरूप बीसीसीआइ चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा नहीं लेगा।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) ने आइसीसी के अंक काटने के खिलाफ विरोध दर्ज कराया है। बीसीसीआइ और शशांक मनोहर के नेतृत्व वाली आइसीसी के संबंध पिछले काफी समय से तनावपूर्ण चल रहे हैं।
बीसीसीआइ के एक अधिकारी ने कहा कि आइसीसी की यह कार्रवाई गलत है क्योंकि वह जानता है कि पाकिस्तान के साथ किसी भी सीरीज के लिए सरकार की अनुमति लगती है क्योंकि दोनों देशों के राजनीतिक संबंध इस समय बेहद बिगड़े हुए है।
चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन अगले साल 1 से 18 जून तक इंग्लैंड में किया जाना है। आठ टीमों को दो ग्रुप में बांटा गया है और भारत और पाकिस्तान एक साथ ग्रुप 'बी' में है। इनके बीच 4 जून को एजबेस्टन में मुकाबला खेला जाना है, जो टूर्नामेंट का सबसे बहुप्रतीक्षित मैच होगा।
आइसीसी की विज्ञप्ति में बताया गया कि पीसीबी और बीसीसीआइ के लिखित जवाब को देखने के बाद आइसीसी की तकनीकी समिति ने माना कि बीसीसीआइ नहीं खेलने के बारे में उचित जवाब पेश नहीं कर पाया। इसके चलते 1 अगस्त से 30 अक्टूबर के बीच निर्धारित इन तीन मैचों में नहीं खेलने की वजह से हर मैच से भारत के 2-2 अंक काटे गए।
शशांक मनोहर के आइसीसी का स्वतंत्र चेयरमैन बनने के बाद से बीसीसीआइ और आइसीसी के बीच कई मुद्दों पर मतभेद चल रहे हैं। बीसीसीआइ के एक अधिकारी के अनुसार मनोहर के रूख को पहले बीसीसीआइ विरोधी माना जा रहा था, लेकिन अब उनका रूख भारत विरोधी नजर आने लगा है।