जब भारत ने पाकिस्तान को दिखाया वर्ल्ड कप से बाहर का रास्ता, तेंदुलकर ने खेली थी बड़ी पारी
भारतीय टीम ने आज ही के दिन एक दशक पहले पाकिस्तान की टीम को धराशायी कर वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल में प्रवेश किया था और पाकिस्तान को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखाया था। भारत और पाकिस्तान के बीच दूसरा सेमीफाइनल खेला गया था।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत और पाकिस्तान की टीम के बीच 30 अप्रैल 2011 को विश्व कप का दूसरा सेमीफाइनल खेला गया था। ये मैच हाई स्कोरिंग तो नहीं था, लेकिन भारतीय टीम को एकजुट प्रदर्शन के दम पर जीत मिली थी। भारत ने अपनी चिरप्रतिद्वंदी टीम पाकिस्तान को 29 रन से हराया था। इसी के पास भारत का पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप में चला आ रही जीत का सिलसिला जारी रहा, जो वर्ल्ड कप 2019 के बाद भी जारी है।
दरअसल, भारतीय टीम के कप्तान एमएस धौनी ने उस मैच में टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी थी। भारत के लिए वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर ने तूफानी शुरुआत दी। दोनों ने 5.4 ओवर में 48 रन जोड़ दिए थे, लेकिन सहवाग छठे ओवर की पांचवीं गेंद पर पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वहाब रियाज की गेंद पर 25 गेंदों में 38 रन बनाकर lbw आउट हो गए। इसके बाद गौतम गंभीर और सचिन तेंदुलकर के बीच अच्छी साझेदारी हुई।
हालांकि, गौतम गंभीर 32 गेंदों में 27 रन बनाकर आउट हो गए। विराट कोहली भी जल्दी आउट हो गए, जो 9 रन बना सके। वहीं, टूर्नामेंट में भारत के लिए कई अच्छी पारियां खेलने वाले युवराज सिंह गोल्डन डक का शिकार हो गए। उनको पहली ही गेंद पर वहाब रियाज ने क्लीन बोल्ड किया था। इसके बाद एमएस धौनी ने सचिन तेंदुलकर के साथ एक छोटी सी साझेदारी की, लेकिन कई बार जीवनदान हासिल कर चुके सचिन तेंदुलकर भी आउट हो गए।
सचिन तेंदुलकर ने धीमी पारी खेली और 115 गेंदों में 85 रन की पारी खेली। भारत के लिए सबसे अच्छी पारी सुरेश रैना की रही, जिन्होंने आखिरी में कुछ शॉट खेले और 39 गेंदों में नाबाद 36 रन बनाए। भारत ने निर्धारित 50 ओवर बल्लेबाजी करते हुए 9 विकेट खोकर 260 रन बनाए। वनडे क्रिकेट में 260 रन कोई बड़ा स्कोर नहीं था, लेकिन विश्व कप का सेमीफाइनल होने के कारण ये स्कोर काफी अच्छा था, जिसे हासिल करना आसान नहीं था।
उधर, 261 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम को सधी शुरुआत मिली, लेकिन भारत ने अंतराल पर विकेट चटकाए और मैच में खुद को बनाए रखा। पाकिस्तान की ओर से नंबर 6 के बल्लेबाज तक अच्छी साझेदारियां हुईं, लेकिन टीम आखिरी के कुछ विकेट जल्दी खो बैठी। यही कारण रहा कि भारत ने मुकाबला जीता। पाकिस्तान टीम 49.5 ओवर खेलकर 231 रन बना सकी और मुकाबला 29 रन से हार गई।
पाकिस्तान की ओर से मिस्बाह उल हक ने 76 गेंदों में 56 रन की पारी खेली, जबकि मोहम्मद हफीज ने 59 गेंदों में 43 रन बनाए। असद शफीक 30 रन और उमर अकमल 29 रन बनाकर पवेलियन लौटे। भारत की ओर से जहीर खान, आशीष नेहरा, मुनफ पटेल, हरभजन सिंह और युवराज सिंह ने दो-दो विकेट चटकाए। वहीं, पाकिस्तान के लिए वहाब रियाज ने पांच विकेट चटकाए थे, लेकिन प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब सचिन तेंदुलकर को मिला था।