अजहर की कप्तानी में शुरू किया करियर और ये अब तक हैं टीम इंडिया की जरूरत
ये गेंदबाज आज भी टीम इंडिया की जरूरत बना हुआ है।
नई दिल्ली। लगभग 38 वर्ष के हो चुके तेज गेंदबाज आशीष नेहरा अब भी टीम इंडिया की जरूरत बने हुए हैं। नेहरा ना केवल रनों को रोकने की कोशिश करते हैं बल्कि मुश्किल वक्त में विकेट लेकर टीम की संकट दूर करते हैं। उन्हें ये अच्छे से पता है कि किसी हालात में क्या करना चाहिए। घुटने की सर्जरी के बाद इंग्लैंड के खिलाफ टी 20 सीरीज में नेहरा ने वापसी की और नागपुर में उन्होंने तीन विकेट लेकर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। उनकी गेंदबाजी की धार अब भी बरकरार है और भुवनेश्वर व जसप्रीत जैसे गेंदबाजों को इनके जैसे मेंटर की जरूरत है। नेहरा की गेंदबाजी के उनके पूर्व सहयोगी भी कायल हैं। हरभजन सिंह, पूर्व भारतीय गेंदबाजी कोच भरत अरुण, मदन लाला, विजय दाहिया ये सभी नेहरा को बेहद अहम मानते हैं।
भारतीय टीम के ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने नेहरा के बारे में कहा कि वो उन्हें 20 वर्षों के जानते हैं। नेहरा ये जानते हैं कि उनकी गेंद पर कौन बल्लेबाज कैसे हिट करेगा और फिर वो उसी मुताबिक फील्डिंग सेट करते हैं। उन्होंने इसके लिए काफी मेहनत की है। पूर्व भारतीय गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने कहा कि नेहरा दो तरह का बाउंसर करते हैं और दोनों एक दूसरे से बिल्कुल अलग है। वो कमाल की यॉर्कर फेंकते हैं और उनकी गुडलेंथ गेंद शानदार है। वो हमेशा ही 135 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंद फेंकते हैं। हालांकि टी 20 में 24 गेंदें फेंकनी पड़ती है इससे उसे मौका मिल जाता है।
नेहरा के साथी खिलाड़ी विजय दाहिया ने कहा कि नेहरा ने काफी चोटों का सामना किया है। इसकी वजह से वो कम क्रिकेट खेलना पड़ा और वो तरोताजा रहे। वो जानते हैं कि टेस्ट मैच नहीं खेल सकते इस वजह से उन्होंने टी20 मैचों पर ध्यान लगाया और बेहतरीन किया। पूर्व क्रिकेटर मदन लाल ने नेहरा के बारे में कहा कि वो कभी भी अपने खराब फॉर्म की वजह से टीम से बाहर नहीं रहे। वो हमेशा ही चोटिल होने की वजह से टीम से बाहर रहे।