बैंगलोर के लिए 'अनलकी' साबित हो रही 'ग्रीन जर्सी', खबर पढ़कर हो जाएगा यकीन
गो ग्रीन इनिशिएटिव (Go Green Initiative) के तहत चेन्नई के खिलाफ बैंगलोर की टीम अपनी ग्रीन जर्सी में खेलने उतरी थी। टीम इस नेक काम के लिए हर साल एक मैच ग्रीन जर्सी में खेलने उतरती है लेकिन इसमें उसे ज्यादातर हार मिली है।
नई दिल्ली, जेएनएन। इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन में विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम ने अब तक काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। टॉप तीन में बनी हुई टीम का प्लेऑफ में पहुंचना लगभग तय माना जा रहा है। रविवार को बैंगलोर की टीम अपनी खास मुहिम के तहत ग्रीन जर्सी में खेलने उतरी थी। टूर्नामेंट में सबसे फ्लॉप रही टीम चेन्नई ने बैंगलोर के खिलाफ 8 विकेट से जीत हासिल की। ग्रीन जर्सी में टीम की यह लगातार चौथी हार थी।
'गो ग्रीन इनिशिएटिव' (Go Green Initiative) के तहत चेन्नई के खिलाफ बैंगलोर की टीम अपनी ग्रीन जर्सी में खेलने उतरी थी। टीम इस नेक काम के लिए हर साल एक मैच ग्रीन जर्सी में खेलने उतरती है लेकिन इसमें उसे ज्यादातर हार मिली है। इस जर्सी में कुल 10 मुकाबले खेल चुकी टीम को 7 में हार मिली है जबकि महज दो में जीत। एक मैच बेनतीजा रहा था।
अनलकी साबित हुई है ग्रीन जर्सी
साल 2011 से बैंगलोर की टीम ग्रीन जर्सी में हर साल एक मैच जरूर खेलती है। टीम ने कोच्चि के खिलाफ जीत के साथ शुरुआत की थी। इसके बाद 2012 में मुंबई ने टीम को हराया था तो 2013 में ग्रीन जर्सी पहनकर खेलते हुए किंग्स पंजाब के खिलाफ हार मिली थी। 2014 में चेन्नई ने मात दी तो 2015 में दिल्ली के खिलाफ मैच बेनतीजा रहा।
Green Jersey में हर साल एक मैच जरूर खेलती है Royal Challengers Bangalore की टीम, जानिए वजह
2016 टीम के लिए एक बार फिर से जीत लेकर आया और टीम ने गुजरात को हराया। इसके बाद 2017 में कोलकाता, 2018 में राजस्थान, 2019 में दिल्ली और इस साल चेन्नई के खिलाफ टीम को ग्रीन जर्सी में हार मिली। मतलब यह लगातार चौथा साल था जब इस जर्सी में खेलते हुए टीम को हार का सामना करना पड़ा है।