जब जडेजा को बचाने के बाद खुद 'आउट' हो गया डीआरएस, जानें मजेदार मामला
आठ गेंदों बाद ऐसा हुआ होता तो जडेजा को कोई नहीं बचा सकता था...
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच धर्मशाला में जारी चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन एक मजेदार घटना देखने को मिली। तीसरे दिन का पहला और भारतीय पारी का 91वां ओवर ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज पैट कमिंस के पास था। उनके सामने थे दूसरे दिन के नाबाद बल्लेबाज रवींद्र जडेजा। पहली ही गेंद पर उन्होंने जडेजा को ऑफ स्टंप के बाहर बीट किया और गेंद सीधे कंगारू विकेटकीपर मैथ्यू वेड के हाथों में गई।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने इस गेंद पर अपील की और अंपायर ने जडेजा को आउट करार दे दिया। जडेजा ने बिना एक पल गंवाए डीआरएस ले लिया। यह दिन के पहले ओवर की पहली गेंद थी। डीआरएस में देखने पर पता चला कि कमिंस की गेंद जडेजा के बल्ले से दूर से निकली थी। हालांकि इस दौरान कुछ आवाज सुनी गई थी, शायद इसी से ऑस्ट्रेलियाई फील्डर और अंपायर भ्रम में आ गए थे।
8 गेंदों बाद आउट हो जाते जडेजा
जडेजा को नॉट आउट करार दिए जाने से भारतीय खेमे की जान में जान आई। हालांकि, अगले ही ओवर में यानी इस वाकये के आठ गेंदों बाद ही डीआरएस सिस्टम खराब हो गया। अंपायर ने बल्लेबाज और गेंदबाजी टीम के कप्तान को बता दिया कि फिलहाल डीआरएस सिस्टम खराब है और आप इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते और आपको फील्ड अंपायरों के फैसले के साथ ही चलना होगा। अगर इस दौरान जडेजा को फील्ड अंपायर आउट देते तो जडेजा अपने आपको बचाने के लिए डीआरएस का इस्तेमाल भी नहीं कर पाते। हालांकि अगले ही ओवर में डीआरएस फिर से काम करने लगा।
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बार-बार आती रही परेशानी
धर्मशाला के टेस्ट मैच के तीसरे दिन के खेल में दोनों टीमों को बार-बार डीआरएस सिस्टम खराब होने की समस्या से जूझना पड़ा। लंच से पहले ही दो बार फील्ड अंपायरों ने डीआरएस के खराब होने की सूचना दी। जडेजा के खिलाफ कमिंस के (108वें) ओवर में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एलबीडब्ल्यू की अपील पर डीआरएस लिया, लेकिन टीवी रीप्ले में देखने पर पता चला कि वह नॉट आउट थे। इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने अपने डीआरएस का कोटा खत्म कर लिया। पहले ओवर में डीआरएस के जरिए बचने वाले जडेजा (63 रन) ने बाद में साहा के साथ मिलकर भारतीय टीम के स्कोर को ऑस्ट्रेलिया के बराबर पहुंचाने का काम किया।