रवींद्र जडेजा हैं कंप्लीट पैकेज, 2nd ODI में इन्हें मिलना चाहिए था 'प्लेयर ऑफ द मैच' का खिताब
Ind vs NZ रवींद्र जडेजा ने दूसरे वनडे में ना सिर्फ अर्धशतक लगाया बल्कि शानदार गेंदबाजी और फील्डिंग भी की।
नई दिल्ली, जेएनएन। न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में टीम इंडिया की हार ने क्रिकेट फैंस के निराश जरूर किया, लेकिन इस मैच में भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा के प्रदर्शन ने दिल जीत लिया। टीम इंडिया की हार इस वजह से और भी ज्यादा निराश करती है कि सिमित प्रारूप में भारतीय टीम की जीत का जो सिलसिला पिछले साल वनडे विश्व कप से लगातार चला आ रहा था वो टूट गया और भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज गंवा दी।
हालांकि विराट कोहली ने टीम की हार के बाद कहा कि इस साल टेस्ट और टी 20 मैचों के सामने वनडे की कोई अहमियत नहीं है पर कप्तान का इस तरह का बयान देना कहीं से भी ठीक नहीं लगता। साल कोई भी हो अगर आप भारतीय टीम के लिए खेलते हैं तो हर प्रारूप का हरेक मैच अहमियत रखता है।
रवींद्र जडेजा हैं कंप्लीट पैकेज
खैर इन सब बातों के बीच दूसरे वनडे मैच में रवींद्र जडेजा ने साबित किया कि वो भारतीय टीम के लिए एक कंप्लीट पैकेज हैं और क्यों कप्तान विराट कोहली और टीम मैनेजमेंट उनपर हमेशा भरोसा करते हैं। इस मैच में बेशक टीम इंडिया को हार मिली, लेकिन रवींद्र जडेजा इस मैच में अपने प्रदर्शन से प्लेयर ऑफ द मैच बनना डिजर्व करते थे। हालांकि ऐसा नहीं हो सका और दूसरे वनडे में बाजी मार ली न्यूजीलैंड की तरफ से वनडे में डेब्यू करने वाले न्यूजीलैंड के सबसे लंबे क्रिकेटर काइल जैमीसन ने जो प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए।
अब जरा बात कर लेते हैं रवींद्र जडेजा की। रवींद्र जडेजा ने पहली पारी में भारत के लिए गेंदबाजी करते हुए दस ओवर में 35 रन देकर एक विकेट लिया। उन्होंने टीम के कप्तान व विकेटकीपर टॉम लाथम को सात रन पर आउट किया। उन्होंने भारत की तरफ से सबसे कम रन दिए और उनका इकॉनामी रेट 3.50 का रहा और न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को अपनी गेंद पर उन्होंने खुलकर नहीं खेलने दिया। इसके अलावा उनकी फील्डिंग भी लाजवाब रही और उन्होंने जेम्स नीशम को तीन रन पर रन आउट किया। जडेजा टीम इंडिया के बेहतरीन फील्डर हैं और ये बात उन्हें साबित करने की जरूरत तो नहीं है।
अब जरा बात करते हैं भारतीय पारी की यानी भारतीय टीम की बल्लेबाजी की तो यहां भी जडेजा ने जबरदस्त स्किल दिखाई और कमाल का संघर्ष करते हुए टीम के लिए 55 रन की अर्धशतकीय पारी खेली। टीम को हालांकि वो जीत तो नहीं दिला पाए, लेकिन जीत के अंतर को कम करते हुए उन्होंने टीम इंडिया की लाज तो जरूर रखी। जडेजा ने भारत के टॉप के बल्लेबाजों के फ्लॉप होने के बाद जिस तरह की पारी खेली और काबिलेतारीफ थी।
जडेजा ने टीम के लिए विपरीत हालात में जो बल्लेबाजी की उससे बेहतर और क्या हो सकता था। यानी उन्होंने बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग तीनों ही मामले में शानदार प्रदर्शन कर डाला तो क्या वो प्लेयर ऑफ द मैच बनना डिजर्व नहीं करते थे। ऐसा कई बार हो चुका है कि हारी हुई टीम के खिलाड़ी को भी प्रदर्शन के आधार पर प्लेयर ऑफ द मैच चुना जाता है, तो इस बार भी ऐसा किया जा सकता था, लेकिन ये नहीं हो पाया।