गांगुली के दांव को शास्त्री ने ऐसे किया पस्त, अब ज़हीर और द्रविड़ पर बदलेगा फैसला
अब सीओए के नए के नए फैसले से तय है कि जहीर खान और राहुल द्रविड़ पर सीएसी के फैसले को बदला जाएगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री ने सौरव गांगुली की चाल को पूरी तरह से नाकाम कर दिया है। इन दिनों भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) को चला रही कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स (सीओए) ने एक नई कमेटी बनाई है। इस कमेटी को काम दिया गया है कि वह शास्त्री से मिले और उनकी सहमति से सपोर्ट स्टाफ पर फैसला ले। दरअसल हेड कोच चुने जाने के बाद से ही रवि शास्त्री बेहद नाराज़ थे, उनका कहना था कि सपोर्ट स्टाफ की नियुक्ति उनकी मर्जी से नहीं हुई है।
शनिवार को नई दिल्ली में दो सदस्यीय सीओए की मीटिंग हुई। सीओए के हेड विनोद राय और भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कैप्टन डायना इडुलजी की इस मीटिंग में बीसीसीआइ के सीईओ राहुल जौहरी भी मौजूद थे। इस मीटिंग में शास्त्री से मिलने और उनकी राय जानने के लिए एक चार सदस्यीय कमेटी बनी। यह कमेटी 18 जुलाई को मुंबई में शास्त्री के साथ मुलाकात करेगी।
आपको बता दें कि सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की क्रिकेट अडवाइजरी कमिटी (सीएसी) ने रवि शास्त्री को हेड कोच तो जहीर खान (बॉलिंग कन्सल्टेंट) और राहुल द्रविड़ (बैटिंग कन्सल्टेंट) के तौर पर नियुक्त करने की सिफारिश की थी और बीसीसीआइ ने सीएसी की बात को मानते हुए इन तीनों की नियुक्ति का ऐलान भी कर दिया था। ऐसा कहा जा रहा है कि सपोर्ट स्टाफ की नियुक्ति के ऐलान से पहले सीएसी ने इस मुद्दे पर पहले शास्त्री से बातचीत की थी। इसी सीओए ने एक दिन पहले बयान दिया था कि सब कुछ शास्त्री की सहमति से हुआ है। लेकिन अब सीओए के नए के नए फैसले से तय है कि जहीर खान और राहुल द्रविड़ पर सीएसी के फैसले को बदला जाएगा।
शास्त्री आज इंग्लैंड से वापस लौट रहे हैं और वह भी अपने सलाहकारों से बातचीत कर मीटिंग के लिए अपनी तैयारी पुख्ता करेंगे। शास्त्री पहले ही कह चुके हैं कि उन्हें गेंदबाज़ी कोच के तौर पर भरत अरुण ही चाहिए तो ऐसे में लगता है कि अब एक बार फिर से भरत अरुण ही टीम इंडिया के गेंदबाज़ी कोच बनेगें। ऐसा लगता है कि इस मुद्दे पर शास्त्री टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली से भी बातचीत करेंगे और वो अपनी तैयारियों को और मजबूत करेंगे।
फिलहाल टीम इंडिया में 14 सपोर्ट स्टाफ हैं। इनमें बैटिंग कोच, फील्डिंग कोच से लेकर मसाज एक्सपर्ट और थ्रो-डाउन के लिए असिस्टेंट तक शामिल हैं। संभव है कि शास्त्री इनमें से कुछ को बाहर कर नए चेहरों को अपनी टीम में जोड़ें। इन 14 के अलावा बोलिंग कोच के तौर पर भरत अरुण की एंट्री तय है। शास्त्री कोई फैसला लेने से पहले कैप्टन विराट कोहली से भी फीडबैक लेंगे।
सूत्रों के मुताबिक शास्त्री इस बात पर भी अड़े हैं कि जहीर खान को जब-जब जरूरत होगी वह बुलाएंगे। फिलहाल उनकी ज्यादा जरूरत नहीं है। इसके अलावा खबरें ऐसी भी हैं कि राहुल द्रविड़ खुद भी टीम से जुड़ने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। वह इंडिया-A और अंडर-19 टीम के साथ ज्यादा व्यस्त हैं। उनके पास शायद ही समय होगा कि वह टीम इंडिया को सेवाएं दें सकें।
टीम के मैनेजर के मांगे आवेदन
बैठक में टीम इंडिया के मैनेजर के लिए तुरंत विज्ञापन निकालने का फैसला किया गया। इसके बाद आवेदन मांग भी लिए गए। वहीं, भारत ‘ए’ व अंडर-19 टीम के मैनेजरों के लिए भी जल्द विज्ञापन निकाले जाएंगे। सीनियर टीम के मैनेजर के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 21 जुलाई है। ये नियुक्ति एक साल के लिए होगी। प्रथम श्रेणी व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल चुके क्रिकेटर को प्राथमिकता दी जाएगी। चार सदस्यीय नई समिति आवेदनों की छंटनी करके मैनेजरों का चुनाव करेगी। चयन करने के लिए बैठक 22 जुलाई को दिल्ली में होगी। सुप्रीम कोर्ट में लोढ़ा समिति की सिफारिशों पर हो रही सुनवाई के आगे बढ़ने के बाद सीओए ने अपनी बैठकों में बीसीसीआइ के पदाधिकारियों को भी बुलाने का निर्णय लिया है। उसने 2018-2022 तक के आइपीएल की इवेंट मैनेजमेंट सर्विस के अधिकार आइएमजी को देने पर भी स्वीकृति दे दी है।