MCC की वेबसाइट पर पहली बार हिंदी में दिखे क्रिकेट के नियम, रंग लाई भारतीय शख्स की मेहनत
MCC की वेबसाइट पर पहली बार हिंदी में क्रिकेट के नियम देखने को मिल रहे हैं क्योंकि पूर्व बीसीसीआइ अंपायर की वजह से ये संभव हो पाया है।
इंदौर (नईदुनिया), कपीश दुबे। भारत में क्रिकेट को धर्म माना जाता है, इस खेल को खेलने व देखने वाले सबसे ज्यादा भारत में हैं, लेकिन अब तक क्रिकेट के नियम आधिकारिक रूप से हिंदी में उपलब्ध नहीं थे। क्रिकेट के नियमों का संरक्षक (कस्टोडियन) कहे जाने वाले मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) की आधिकारिक वेबसाइट पर पहली बार हिंदी में सभी नियम उपलब्ध हैं। इसे इंदौर के पूर्व अंतरराष्ट्रीय अंपायर राजीव रिसोड़कर ने तैयार किया है।
एमसीसी की आधिकारिक वेबसाइट लॉर्ड्स डॉट ओआरजी पर नियमों को पेज 101 पर देखा जा सकता है। इंदौर के राजीव वर्ष 1997 से 2016 तक बीसीसीआइ पैनल अंपायर रह चुके हैं। वह अंतरराष्ट्रीय महिला मैच और टेस्ट मैच में चौथे अंपायर की भूमिका निभा चुके हैं।
उन्होंने कहा, "परंपरागत रूप से क्रिकेट नियमों की भाषा अंग्रेजी ही मानी जाती है। मैं काफी समय से नियमों का अनुवाद कर रहा था। लॉकडाउन के दौरान मैंने इसे पूरा किया और बीसीसीआइ से संपर्क किया। बीसीसीआइ ने एमसीसी को प्रस्ताव भेजा और उनके द्वारा सहर्ष स्वीकार किया गया। इस पुस्तक को तैयार करने के लिए कई अन्य अंपायरों से नियमों की व्याख्या के संदर्भ में चर्चा भी की गई, ताकि छोटी-सी भी गलती न रहे।"
अंपायरों को भी फायदा
फिलहाल बीसीसीआइ के अंपायरिंग प्रशिक्षकों के पैनल (लेवल-3) में शामिल राजीव ने बताया कि क्रिकेटप्रेमी ही नहीं, हिंदी बोलने वाले अंपायरों को भी इसका फायदा मिलेगा। अंग्रेजी में क्रिकेट नियम होने के कारण कई बार उन्हें समझने में परेशानी आती थी, लेकिन अब वह आसानी से नियमों को समझ सकेंगे।
एमसीसी का काम
एमसीसी की स्थापना वर्ष 1787 में की गई थी। तब से ही यह संस्था क्रिकेट के नियमों को तैयार करने और उसमें समय-समय संशोधन का काम कर रही है।
एमपीसीए के सचिव और पूर्व अंपायर संजीव राव ने कहा है, "यह हमारे लिए गर्व की बात है कि राजीव ने एमसीसी के क्रिकेट नियमों (2017 कोड सेकेंड एडिशन 2019) का हिंदी में अनुवाद किया। इससे क्रिकेटप्रेमियों को खेल समझने में सहूलियत होगी।"