पाकिस्तानी दिग्गज नहीं लिखना चाहता अपनी आत्मकथा, खुद समेत कई खिलाड़ी हो जाएंगे बर्बाद
पाकिस्तानी दिग्गज खिलाड़ी वसीम अकरम अपनी आत्मकथा नहीं लिखना चाहते हैं क्योंकि ऐसा करने से खुद समेत कई लोग बर्बाद हो जाएंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। पाकिस्तान टीम के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने ये स्पष्ट कर दिया है कि वे अपने शानदार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर पर कोई खिताब नहीं लिखना चाहते। वसीम अकरम ने अपनी आत्मकथा यानी ऑटोबायोग्राफी नहीं लिखने के पीछे वजह भी बताई है, जो बहुत ही चौंकाने वाली है।
हालांकि, कई पाकिस्तानी, भारतीय और विदेशी क्रिकेटर अपनी आत्मकथा लिख चुके हैं। हाल ही में पाकिस्तान टीम के पूर्व ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी ने भी अपनी ऑटोबायोग्राफी लिखी थी, जिसमें उन्होंने खुलासा किया था कि उनकी उम्र आधिकारिक उम्र से 5 साल ज्यादा है।
क्रिकेटर रिटायरमेंट के बाद अपने करियर के उतार-चढ़ावों के बारे में बड़े विस्तृत रूप में लिखते हैं, लेकिन वसीम अकरम उनके नक्शेकदम पर चलने में संकोच करते हैं। क्यों वे किताब नहीं लिखना चाहते इसके बारे में समझाते हुए, अकरम ने कहा कि इससे शायद बहुत से लोगों को परेशानी होगी और ये आत्मकथा खुद सहित कुछ लोगों को बर्बाद कर देगी।
पाक पैशन ने वसीम अकरम के हवाले से लिखा है, "बहुत से लोग मुझसे पूछते हैं, तुम किताब क्यों नहीं लिखते? अगर मैं एक किताब लिखता हूं, और मुझे मैदान के बाहर पाकिस्तान क्रिकेट के मुद्दों के बारे में पता है, तो मैं शायद बहुत सारे लोगों को परेशान कर दूंगा और कुछ लोगों को बर्बाद कर दूंगा।"
बता दें कि वसीम अकरम ने 1984 में पाकिस्तान की टीम के लिए डेब्यू किया था और साल 2003 में आखिरी मैच खेला था। करीब दो दशक तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से जुड़े रहे वसीम अकरम के समय में तमाम ऐसे खिलाड़ी हुए हैं, जिन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट को बदनाम किया है। इसमें मैच फिक्सिंग और स्पॉट फिक्सिंग के कई मामले हैं।
वसीम अकरम ने पाकिस्तान टीम के लिए 104 टेस्ट और 356 वनडे मैच खेले हैं। बतौर बॉलिंग ऑलराउंडर टीम का हिस्सा रहे वसीम अकरम ने टेस्ट क्रिकेट में 414 विकेट और वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में 502 विकेट चटकाए हैं। वहीं, बतौर बल्लेबाज 3 शतकों के साथ 2898 रन टेस्ट क्रिकेट में और 3717 रन वनडे क्रिकेट में बनाए हैं।