पाकिस्तान को मिला इसका साथ, तभी जीता चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब
पाकिस्तान ने भारत को हराकर पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीत लिया। पाकिस्तान की ये जीत संभव नहीं होती अगर उन्हें इसका साथ ना मिला होता।
नई दिल्ली, प्रदीप सहगल। चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया। खिताब की इस लड़ाई में पाकिस्तान की टीम ने भारत को 180 रन से मात दे दी। पाकिस्तान की जीत की स्क्रीप्ट तो भारत की गेंदबाज़ी के समय ही लिखी जाने लगी थी। लेकिन ये कहना भी गलत नहीं होगी की पाकिस्तान की इस जीत में किस्मत ने भी उनका खूब साथ दिया।
ऐसे मिला पाक को किस्मत का साथ
पाकिस्तान की पारी के चौथे ओवर में जसप्रीत बुमराह के ओवर की पहली गेंद पर फखर जमन आउट हो गए थे, लेकिन बुमराह की ये गेंद नो-बॉल थी। जिस समय जमन आउट हुए थे तब वो 3 रन बनाकर खेल रहे थे। इसके बाद फखर जमन ने अपने वनडे करियर की सबसे बड़ी पारी खेलते हुए 114 रन बना दिए।
इसके बाद एक बार फिर से पाक की टीम को किस्मत का साथ मिला 48.2 ओवर में इस बार भी गेंदबाज़ बुमराह थे और बल्लेबाज़ थे मोहम्मद हफीज़। बुमराह ने गेंद फेंकी ओर गेंद हफीज़ को बीट करते हुए विकेट से जा टकराई, गिल्लिया भी अपनी जगह से उठी, स्टंप्स की लाइटें भी जली, लेकिन इस बार भी उन्हें विकेट नहीं मिली क्योंकि गिल्लियां गिरी ही नहीं। इसके साथ ही साथ पाकिस्तान की बल्लेबाज़ी के दौरान कई ऐसे मौके आए गेंद हवा में गई लेकिन वो ऐसी जगह गिरी जहां कोई फील्डर मौजूद नहीं था, वहीं भारत को रन आउट के भी मौके मिले लेकिन पाकिस्तान के साथ किस्मत का साथ रहा तो भारतीय फील्डर्स के थ्रो विकेट पर लगे ही नहीं।
गेंदबाज़ी में भी पाकिस्तान के साथ रहा गुडलक
भारतीय टीम जब बल्लेबाज़ी करने आई तो पाकिस्तान के मोहम्मद आमिर पारी का तीसरी ओवर फेंक रहे थे। इस ओवर की तीसरी गेंद पर अदहर अली ने विराट कोहली का कैच छोड़ दिया और सभी को लगा कि यहां उन्होंने कैच नहीं मैच छोड़ दिया है। लेकिन अगली ही गेंद पर विराट कोहली एक बार फिर हवा में शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा गए। इसके बाद तो कोई भी भारतीय बल्लेबाज़ क्रीज़ पर नहीं टिक सका और पाकिस्तान की टीम ने पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम कर लिया।
पाक ने खेला बेहतर क्रिकेट
इसमे कोई दो रॉय नही कि पाकिस्तान ने खिताबी मुकाबले में भारत से बेहतर क्रिकेट खेला और उनके खिलाड़ियों को जीत का पूरा श्रेय दिया भी जाना चाहिए। लेकिन इसमें भी कोई दो रॉय नहीं है कि ये दिन पाकिस्तान का रहा और किस्मत ने भी पाक कि टीम का पूरा साथ दिया।
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