...जब अनिल कुंबले के सामने सभी 10 पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने टेक दिए थे घुटने
आउट होने के साथ पाकिस्तानी कप्तान वसीम अकरम आगे आकर कुंबले को उनकी इस उपलब्धि के बधाई दी।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। साल 1999 में पाकिस्तानी टीम भारत के दौरे पर आयी थी। 2 टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत 1-0 से पीछे था दूसरा टेस्ट दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेला जाना था। इस मैच में भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 252 रन पर ऑलआउट हो गई। पाकिस्तानी ऑफ स्पिनर सकलैन मुश्ताक ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए भारत की पहली पारी के पांच विकेट झटके थे। भारत की ओर से कप्तान मोहम्मद अजरुद्दीन ने सर्वाधिक 67 रनों की पारी खेली उनके अलावा सदगोपन रमेश ने भी 60 रन बनाए थे।
भारत के 252 रनों के जवाब में पाकिस्तान की पहली पारी भी ज्यादा रन नहीं बना पाई, और भारत के सधे हुए आक्रमण के सामने पाकिस्तानी टीम महज 172 रनों पर ढेर हो गयी। अनिल कुंबले ने इस पारी में 4, हरभजन सिंह ने 3, वेंकटेश प्रसाद ने 2 और जवागल श्रीनाथ ने 1 विकेट लिया। इस तरह मेजबान टीम को पहली पारी के आधार पर 80 रनों की बढ़त मिल गई। भारत ने मैच की तीसरी पारी में सदागोपन रमेश के 96 और सौरव गांगुली के नाबाद 62 रनों की बदौलत 339 रन बनाए जवागल श्रीनाथ ने भी 49 रनों की उपयोगी पारी खेली अब भारतीय टीम की कुल बढ़त 419 रनों की हो गयी। चौथी पारी में मेहमान टीम को 420 रनों का लक्ष्य मिला।
पाकिस्तान ने की शानदार शुरुआत
मेहमान टीम के लिए निश्चित रूप से 420 रनों का लक्ष्य बड़ा था, लेकिन पहला टेस्ट जीतने के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ी उत्साह से लबरेज थे। उनके ओपनर्स सईद अनवर और शाहिद अफरीदी ने पहले विकेट के लिए बेहतरीन साझेदारी कर 101 रन जोड़ दिए। पाकिस्तान की इस शानदार शुरुआत हो जाने के बाद भारतीय खेमे में निराशा दिखाई देने लगी थी। पहला टेस्ट हारने के बाद भारतीय टीम को दूसरा टेस्ट मैच भी हाथ से निकलता दिखाई देने लगा था।
(फाइल फोटो)
पाकिस्तानी टीम पर टूटा कुंबले का कहर
जब तेज गेंदबाजों से पाकिस्तानी ओपनिंग जोड़ी नहीं टूटी तब कप्तान अजहर ने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए अनिल कुंबले को आक्रमण पर लगाया। कुंबले ने लगातार दो गेंदों पर दो विकेट लेकर पाकिस्तान दो झटके दे दिये। फिर क्या था कुंबले की गेंदों ने अपना कमाल दिखाना शुरू कर दिया। वो हर दूसरे या फिर तीसरे ओवर में एक पाकिस्तानी बल्लेबाज का शिकार करते गए। देखते ही देखते पाकिस्तान का स्कोर जो 100/0 था वो थोड़ी ही देर में 198/9 नजर आने लगा। यहां खास बात ये रही की किसी भी गेंदबाज को दूसरे एंड से विकेट नहीं मिला। नौ के नौ पूरे विकेट कुंबले को ही मिले थे।
वसीम अकरम ने दिया खेल भावना का परिचय
स्कोर बोर्ड 198/9 हो चुका था भारत जीत से बस एक विकेट की दूरी पर था, लेकिन सभी चाहते थे कि ये 10वां विकेट भी अनिल कुंबले के खाते में जाए। लेकिन पाकिस्तानी तेज गेंदबाज वकार युनिस ने वसीम अकरम से कहा क्यों न हम रन आउट हो जाएं ताकि कुंबले को यह रिकॉर्ड बनाने का मौका ही न मिले, तो इस पर वसीम अकरम ने जवाब दिया, हमें अपना खेल खेलना चाहिए अगर कुंबले की किस्मत में 10 विकेट लेने का रिकॉर्ड है तो उसे कोई भी रोक नहीं सकता।
कुंबले ने भेजा पूरी पाक टीम को पवेलियन
एक बार फिर अनिल कुंबले आक्रमण पर लगाए गए और स्ट्राइक पर थे पाकिस्तानी टीम के कप्तान वसीम अकरम इसी ओवर की तीसरी गेंद पर वसीम अकरम शॉर्टलेग में खड़े वीवीएस लक्ष्मण को कैच थमा बैठे और लक्ष्मण ने इसे लपकने में कोई गलती नहीं की। इसके साथ ही टेस्ट क्रिकेट में कुंबले के नाम यह शानदार रिकॉर्ड दर्ज हो गया। आउट होने के साथ पाकिस्तानी कप्तान वसीम अकरम ने आगे आकर कुंबले को उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। इस बात का खुलासा वसीम अकरम ने एक इंटरव्यू में किया था। भारत ने यह टेस्ट 212 रनों से जीतकर सीरीज 1-1 से बराबर कर ली थी।
इंग्लैंड के जिम लेकर भी ले चुके थे एक पारी के 10 विकेट
7 फरवरी 1999 को भले ही अनिल कुंबले एक पारी में 10 विकेट ले लिए हों, लेकिन यह कारनामा टेस्ट क्रिकेट में पहली बार नहीं हुआ था। इसके पहले इंग्लैंड के जिम लेकर ने साल 1956 में यह रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरी पारी में 10 विकेट लेकर इंग्लैंड को जीत दिलाई थी।