वेलिंग्टन: न्यूजीलैंड को खुद पर ही भारी पड़ा अपना ये दांव
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम जब भारत के खिलाफ दूसरा टेस्ट खेलने उतरी तो उससे पहले ही वे भारतीय बल्लेबाजों को शिकंजे में कसने की तैयारी कर चुके थे। सीरीज में एक जीत से बढ़त ले चुकी कीवी टीम ने 2-0 करने के इरादे से वेलिंग्टन की पिच को अपने मन के मुताबिक बना डाला था। पिच पर घास और तीन तेज गेंदबाजों की रणनीति उनके काम
वेलिंग्टन। न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम जब भारत के खिलाफ दूसरा टेस्ट खेलने उतरी तो उससे पहले ही वे भारतीय बल्लेबाजों को शिकंजे में कसने की तैयारी कर चुके थे। सीरीज में एक जीत से बढ़त ले चुकी कीवी टीम ने 2-0 करने के इरादे से वेलिंग्टन की पिच को अपने मन के मुताबिक बना डाला था। पिच पर घास और तीन तेज गेंदबाजों की रणनीति उनके काम आ तो जाती लेकिन ये पैंतरा उल्टा उन पर ही पड़ गया।
दूसरा टेस्ट शुरू होने से पहले कीवी टीम के कोच माइक हेसन ने भी कहा था कि वे दूसरे टेस्ट में अपने तेज गेंदबाजों के जरिए भारतीय बल्लेबाजों की परीक्षा लेंगे, वहीं उनके तेज गेंदबाज टिम साउथी ने भी बयान दिया था कि वो भारत को अपनी गेंदबाजी के दम पर 2-0 से हराकर वापस भेजेंगे। इन सभी बयानों के पीछे जो सबसे बड़ा राज था, वो थी वेलिंग्टन में कीवी टीम के पक्ष को देखते हुए तैयार की गई हरी पिच। घास से पटी ये पिच कीवी टीम के काम भी आ जाती लेकिन उनका ये दांव उन पर तब भारी पड़ना शुरू हुआ जब धौनी ने दौरे पर अपना सातवां टॉस जीतकर कीवी टीम को बल्लेबाजी करने का न्योता दे डाला।
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जाहिर है कि मैकुलम भी इस पिच पर टॉस जीतकर गेंदबाजी ही करते लेकिन टॉस के मामले में अब तक एक भी मैच में उनकी किस्मत नहीं चमकी। धौनी ने वेलिंग्टन की हरी-भरी पिच को देखते हुए पहले गेंदबाजी की और भारत के दो गेंदबाजों ने ही वो कमाल कर दिखाया, जिसकी उम्मीद कीवी टीम अपने 3-4 तेज गेंदबाजों से लगाए बैठी थी। इशांत शर्मा (6 विकेट) और मोहम्मद शमी (4 विकेट) ने इस पिच का पूरा फायदा उठाया और शानदार गेंदबाजी की। आलम ये था कि 86 रन पर मेजबान टीम ने अपने 6 विकेट गंवा डाले और 52.5 ओवर के अंदर उनकी पूरी टीम सिमट गई। इशांत ने 17 ओवर में 51 रन दिए जबकि शमी ने उतने ही ओवरों में 57 रन दिए।